पानी के महत्व अथवा त्योहारों का महत्व शीर्षक पर अनुच्छेद लिखिएपानी के महत्व अथवा त्योहारों का महत्व शीर्षक पर अनुच्छेद लिखिए
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Explanation:
मनुष्य जीवन में जल का बहुत बड़ा महत्व है। जल के बिना कुछ भी संभव नहीं है। जल के बिना मनुष्य के जीवन की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। पृथ्वी पर जल पाया जाता है इसलिए इसे ब्रह्मांड का एक अनोखा ग्रह कहा जाता है। जल के कारण ही आज मनुष्य जाति पृथ्वी पर विकसित हो सकी है। मनुष्य, पशुओं, पेड़-पौधों सभी को जल की जरूरत है।
यदि पृथ्वी से जल समाप्त हो जाए तो कोई भी जीव जंतु जीवित नहीं रह पाएंगे क्योंकि सभी जीव जंतु जल का उपयोग करते हैं। यह चिंता का विषय है कि मनुष्य ने अपनी व्यवसायिक गतिविधियों के द्वारा पृथ्वी पर पाए जाने वाले जल को संकट में डाल दिया है।
पृथ्वी के 78% भाग पर महासागर पाए जाते हैं जिनमें नमकीन जल मिलता है परंतु यह पीने के योग्य नहीं होता है। पीने योग्य जल को मीठा जल या मीठा पानी कहते हैं। पृथ्वी पर मौजूद कुल जल में से 2.7 प्रतिशत जल ही पीने योग्य है।
स्वस्थ रहने के लिए जल का महत्व
मनुष्य के शरीर में 65 से 80% तक जल पाया जाता है। रक्त में 7% जल होता है। स्वस्थ रहने के लिए हमें साफ और शुद्ध जल का सेवन करना चाहिए। दूषित जल पीने से पीलिया, गैस, संक्रामक रोग, चेचक, पेचिश, दस्त जैसी बीमारियां हो जाती हैं। दस्त के रोग में शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है। इसलिए ओआरएस (ORS) का घोल रोगी को दिया जाता है।
जल को साफ करने के लिए उसमें ब्लीचिंग पाउडर, फिटकरी डाली जाती है। यदि जल दूषित हो तो उसे उबालना चाहिए, जिससे उसके सभी बैक्टीरिया मर जायें। जल को साफ कपड़े से छानकर पीना चाहिए।
पेड़-पौधों के लिए जल का महत्व
मनुष्य की तरह पेड़ पौधों को भी जल की आवश्यकता होती है। पौधे अपनी जड़ों से जल ग्रहण करते हैं और सभी शाखाओं पत्नियों तक जल पहुंचा देते हैं। पेड़-पौधों के तने में जल एकत्रित होता है। बिना पानी के कोई भी पेड़-पौधे विकसित नहीं होते है। पानी ना मिलने पर सभी पेड़ पौधे मुरझा जाते हैं और शीघ्र ही सूख जाते हैं।
पशु पक्षी और अन्य जीवो के लिए जल का महत्व
यह एक ऐसी चीज है जिसके बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता है। कुछ ही ऐसे दुर्लभ जीव हैं जो ना के बराबर पानी का सेवन करते हैं पर अधिकतर पशु-पक्षी और जीव-जंतु पानी का इस्तेमाल करते हैं।
रेगिस्तान में पाए जाने वाले ऊंट को “रेगिस्तान का जहाज” कहते हैं क्योंकि वह एक ही बार में 50 लीटर तक पानी पीकर अपने शरीर में संचित कर लेता है और कई दिनों तक बिना पानी के जीवित रह सकता है। परंतु उन कई दिनों बाद अगर उसे भी जल पीने को नहीं मिल तो उसकी भी मृत्यु हो जाएगी।
जल का संरक्षण कैसे करें ?
जल एक कीमती संसाधन है। इसे व्यर्थ में बर्बाद नहीं करना चाहिए। सभी टंकियों को ठीक कराना चाहिए जिनसे लगातार पानी गिरता रहता है। नहाते समय बहुत अधिक पानी नष्ट नहीं करना चाहिए। आवश्यकता के अनुसार पानी इस्तेमाल करना चाहिए।
बरसाती पानी का संरक्षण करेंऔर उसे किसी टैंक या तालाब में एकत्रित करना चाहिए। वाहनों गाड़ियों और घर की सफाई करते समय जल बहुत अधिक नष्ट नहीं करना चाहिए।
निष्कर्ष
इस लेख के अंत मे हम यही कह सकते हैं की जल का हमारे जीवन मे बहुत बड़ा महत्व है। इसे जितना हो सके हमें बचाना होगा। जल संरक्षण के नए तकनीक निकालने होंगे जिससे मनुष्य भुजल को संरक्षित कर सकें। हमें स्वयं ही जल के महत्व को समझ कर अपने घर से इस मुहिम का शुरुआत करना होगा जिससे हम अपने अमोल पानी को बच सकें।