पान कहीं आगे खा लेंगे।
(कर्मवाच्य में बदलिए)
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प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।कर्म वाच्य = पान कहीं आगे खा लिये जायेगा।
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।कर्म वाच्य = पान कहीं आगे खा लिये जायेगा।Explanation:
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।कर्म वाच्य = पान कहीं आगे खा लिये जायेगा।Explanation:वाच्यों के तीन भेद होते हैं
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।कर्म वाच्य = पान कहीं आगे खा लिये जायेगा।Explanation:वाच्यों के तीन भेद होते हैंकर्तृवाच्य
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।कर्म वाच्य = पान कहीं आगे खा लिये जायेगा।Explanation:वाच्यों के तीन भेद होते हैंकर्तृवाच्यकर्मवाच्य
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।कर्म वाच्य = पान कहीं आगे खा लिये जायेगा।Explanation:वाच्यों के तीन भेद होते हैंकर्तृवाच्यकर्मवाच्यभाववाच्य
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।कर्म वाच्य = पान कहीं आगे खा लिये जायेगा।Explanation:वाच्यों के तीन भेद होते हैंकर्तृवाच्यकर्मवाच्यभाववाच्यकिसी वाक्य में वाच्य का वह रूप जिसमें जिसमें लिंग एवं वचन कर्ता के अनुसार होते हैं उन्हें ‘कर्तवाच्य’ कहते हैं।
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।कर्म वाच्य = पान कहीं आगे खा लिये जायेगा।Explanation:वाच्यों के तीन भेद होते हैंकर्तृवाच्यकर्मवाच्यभाववाच्यकिसी वाक्य में वाच्य का वह रूप जिसमें जिसमें लिंग एवं वचन कर्ता के अनुसार होते हैं उन्हें ‘कर्तवाच्य’ कहते हैं।वाच्य का वह रूप जिसमें लिंग एवं वचन कर्ता के ना अनुसार ना होकर कर्म के अनुसार हो उन्हें ‘कर्मवाच्य’ कहते हैं।
प्रश्न मे दिये गये निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होंगे...पान कहीं आगे खा लेंगे (कर्म वाच्य में बदलिये)कर्त वाच्य = पान कहीं आगे खा लेंगे।कर्म वाच्य = पान कहीं आगे खा लिये जायेगा।Explanation:वाच्यों के तीन भेद होते हैंकर्तृवाच्यकर्मवाच्यभाववाच्यकिसी वाक्य में वाच्य का वह रूप जिसमें जिसमें लिंग एवं वचन कर्ता के अनुसार होते हैं उन्हें ‘कर्तवाच्य’ कहते हैं।वाच्य का वह रूप जिसमें लिंग एवं वचन कर्ता के ना अनुसार ना होकर कर्म के अनुसार हो उन्हें ‘कर्मवाच्य’ कहते हैं।‘भाववाच्य’ में भावों की प्रधानता होती है और इसमें ना तो कर्ता की प्रधानता होती है, और ना ही कर्म बल्क अकर्मक क्रिया का प्रयोग होकर भाव ही प्रधान होता है।