Hindi, asked by rajkumar201493, 1 month ago

प निम्नलिखित पदयांश को पढ़कर पूछे गए
प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
मौर पखा सिर ऊपर राखियो गज की माल तारे पहिरोही
औदि यितंबर ते लकुटी बन गौशन ग्वारिन संग फिरौती
भावतो वीहि मेरो रसखानि सो तेरे को सब स्वांगावरीली)
या मुरली मुरलीधर की असरान थरी अंरा नदारीठी
पुग उपयुक्त पद्यांश में ग्वालिन किसके लिए क्या-क्या
करने के लिए कह रही हैर,
फुर खालिम वालिन ने मुरली के लिए क्या
बात कहीर
फुर पीतांबर में कौन सा समास हैर​

Answers

Answered by reinaldogabriel838
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Answer:ससंदर्भ भाव स्पष्ट कीजिएः

मोर-पखा सिर ऊपर राखिहौं, गुंज की माला गरें पहिरौंगी।

ओढ़ि पितम्बर लै लकुटी बन, गोधन ग्वारनि संग फिरौंगी॥

भावतो वोहि मेरो ‘रसखानि’, सो तेरे कहें सब स्वांग करौंगी।

या मुरली मुरलीधर की, अधरान-धरी अधरा न धरौंगी॥

Explanation:

Answered by Anonymous
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Answer:

hlo.how are you take care good.night sweet dreams by

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