पानी पोकर जाना चाहिए। पानी भीतर हो, लू का लूपन व्यर्थ हो
भरा हो तो बाजार भी फैला का फैला ही रह जाएगा। तब वह
सकेगा, बल्कि कुछ आनंद ही देगा। तब बाजार तुमसे कृतार्थ होग
न-कुछ सच्चा लाभ उसे दोगे। बाजार की असली कृतार्थता है 3
काम आना।
(क) बाजार के जादू से बचने का सर्वोत्तम उपाय क्या है ?
(ख) मन में लक्ष्य भरने का आशय स्पष्ट करके लिखिए।
(ग) जादू की जकड़ द्वारा लेखक क्या कहना चाहता है ? लिखि
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