पूणाक 20 अक काह
4) प्रत्येक सत्रीय कार्य को ए-4 साईज के पेपर में लिखकर
छात्र का नाम, छात्र का नामांकन नम्बर, परीक्षा का नाम, प
विषय कोड सत्रीय कार्य जमा करने का दिनांक लिखना
सत्रीय कार्य दिए गए समय सीमा में जमा किया जाना है।
- कविता के कलापक्ष और भावपक्ष को स्पष्ट कीजिए ।
प्रश्न 02. लेखक के अनुसार पेड़ और दूंठ में कोई चार अंतर लिखिए ।
प्रश्न 03. निम्नलिखित पद्यांश की संदर्भ और प्रसंग सहित व्याख्या लिखिए
"कनक कनक ते सौगुनी, मादकता अधिकाय ।
वा खाए बौरात है, या पाए बौराय ।। "
प्रश्न 04 कृष्ण के प्रति मीरा का प्रेम किस प्रकार का है ? स्पष्ट करते हुये ।
प्रश्न 8. अच्छे लेखन के लिए किन किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक
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Answer:
2. लेखक को पेड़ और दूंठ में क्या अंतर दिखाई दिया
(क) एक व क्ष झूमता है, दूसरा स्थिर है।
(ख) एक खुश है, दूसरा दुःखी।
(ग) एक सुंदर है, दूसरा कुरूप ।
(घ) दोनों में कोई अंतर नहीं ।
3. उपरोक्त पंक्तियाँ " कनक कनक ते सौ गुणी,मादकता अघिकाय ; एक खाए बौराय,एक पाए बौराय!" इसमें एक ही शब्द का प्रयोग दो बार किया गया है। लेकिन उन दोनों शब्दों के अर्थ अलग- अलग हैं।
ऐसे शब्द विन्यास यमक अलंकार कहलाते हैं।
कनक : सोना
कनक : धतूरा या भांग
अब इस पूरे वाक्य का यह अर्थ है, कि कनक (अर्थात सोना या धन-संपत्ति) में, कनक, अर्थात धतूरा से कहीं ज्यादा उन्माद होता है। धतूरा या भांग को खाने से जो मादकता या उन्माद होता है, उसे कहीं ज्यादा घमण्ड या उन्माद सोने को सिर्फ पाने मात्र से उत्पन्न हो जाता है।
एक ही शब्द के दो अलग- अलग अर्थ होना ही इस पूरे वाक्य की सुंदरता में चार चाँद लगा देता है।
4. माधुर्य भाव की भक्ति के अंतर्गत भक्त और भगवान में प्रेम का संबंध होता है। मीराँबाई श्री कृष्ण के प्रेममें डूबी हुई हैं। उन्हें वे प्रायः गिरधर, साँवरा या प्रीतम के नाम से पुकारती हैं।
8. सार-लेखन के समय ध्यान रखने योग्य बातें: .. एक, दो या अधिक बार पढ़कर मूल सामग्री को समझना । सामग्री में आई व्याख्याओं, उदाहरणों और भावों के दोहराव को रेखांकित करना। मूलभाव को अलग कागज़ पर लिखना।