पाणी के अधिकार को किस अनुषेद का हिसा माना गया है
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नैनों की तो बात नैना जाने हैं
सपनो के राज़ तो रैना जाने हैं
नैनों की तो बात नैना जाने हैं
सपनों के राज़ तो रैना जाने हैं
दिल की बातें धड़कन जाने हैं
जिसपे गुज़री वो कल जाने हैं
हम दीवाने हो गए हैं आपके
हम तो बस इतना जाने हैं
तू मेरा है सनम, तु ही मेरा हमदम
तेरे संग जीना अब सातों जनम
तू मेरा है सनम, तु ही मेरा हमदम
तेरे संग जीना अब सातों जनम
नज़रें ये आपकी
करने लगी होशियारियाँ
कहीं कर दे ना ये
मेरे लिए दुश्वारियां
नज़रें ये आपकी
करने लगी होशियारियाँ
कहीं कर दे ना ये
मेरे लिए दुश्वारियां
हुस्न की बात तो हुस्न ही जाने हैं
रूप के नाज तो रूप ही जाने हैं
सही ग़लत तो दर्पण जाने हैं
जिसपे गुज़री वो तन जाने हैं
हम दीवाने हो गए हैं आपके
हम तो बस इतना जाने हैं
तू मेरा है सनम, तू ही मेरा हमदम
तेरे संग जीना अब सातों जनम
तू मेरा है सनम, तू ही मेरा हमदम
तेरे संग जीना अब सातों जनम
सूखे पत्तों की तरह
थी मेरी ये ज़िन्दगी
ओंस की बूंदों के जैसे
जबसे मुझपे तु गिरी
सूखे पत्तों की तरह
थी मेरी ये ज़िन्दगी
ओंस की बूंदों के जैसे
जबसे मुझपे तु गिरी
रूह की बात तो सांस ही जाने हैं
होठों की ख्वाहिशे प्यास ही जाने हैं
क्यों जोगी हो जोगन जाने हैं
जिसपे गुजरी वो तन जाने हैं
हम दीवाने हो गए है आपके
हम तो बस इतना जाने हैं
तू मेरा है सनम, तू ही मेरा हमदम
तेरे संग जीना अब सातों जनम
तू मेरा है सनम, तू ही मेरा हमदम
तेरे संग जीना अब सातों जनम
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मनुष्य के अस्तित्व के लिए पानी एक बुनियादी आवश्यकता है और यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 में वर्णित जीने का अधिकार और मानवाधिकार का हिस्सा है और यह तभी संभव हो सकता है जब उन क्षेत्रों में पानी मुहैया कराया जाए जहां यह उपलब्ध नहीं है.
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