पानवाला हँसोड़ स्वभाव का अवश्य है, परन्तु वह संवेदनशील भी है?परसतुत कथन को 'नेताजी का चश्मा' पाठ के आधार पर स्पष्ट किजिए
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"Panwala udaas ho gaya. Usne peeche mudkar muh ka pan neeche thooka aur sar jhukakar apni dhoti ke sire se aanke ponchta hua bola-Sahab! Captain mar gaya."
Iss vaky se panwale ki bhavukta sambandhi visheshta ubharkar saamne aati hai. Captain ke jeete ji use langda thatha pagal kehne wala uske mrutyu ke baad hi yeh samaj paaya tha ki captain jaise log desh bhakto thatha kasbe ke sammaaan prahri hote hai.
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जब हालदार साहब ने पानवाले से पूछा कि क्या कैप्टन एक भारतीय फ़ौजी है, तो पानवाले ने हँसकर कहा कि वो लँगड़ा क्या जाएगा फ़ौज में, पागल है पागल? इससे पता चलता है कि पानवाले का स्वभाव हंसमुख वाला है।
जब हालदार साहब ने पूछा कि क्यों भाई आज तुम्हारे नेताजी का चश्मा कहाँ गया? तो पानवाले ने रोते हुए बताया कि साहब कैप्टन मर गया। इससे पता चलता है कि पानवाले के अंदर संवेदन भी है।