Hindi, asked by gaikwadravi051, 1 month ago

१) 'पाप के चार हथियार' पाठ का संदेश लिखिए
२) उडो बेटी उडो, पर धरती पर निगाह रखकर इस पंक्ति में विहित
३) ओजोन विघटन के संकट से बचने के लिए किए गए अंतराष्ट्रीय
कृति.१-ई) साहित्य संबंधी सामान्य ज्ञान पर आधारित
(चार में से केवल दो)
१) सुदर्शन जी का मूल नाम क्या है ?
२) कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर' जी के निबंध संग्रहों के नाम लिखि
३) आशारानी व्होरा जी के लेखन कार्य का उद्देश्य।
४) डॉ.कृष्ण कुमार मिश्र की साहित्यक रचना का नाम लिखिए ।​

Answers

Answered by bharatpatadia74
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Answer:

1) 'पाप के चार हथियार' पाठ में लेखक कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर' ने एक ज्वलंत समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया है। ... इस प्रकार लेखक ने 'पाप के चार हथियार के द्वारा यह संदेश दिया है कि सुधारकों और महात्माओं के जीते जी उनके विचारों पर ध्यान देने और उन पर अमल करने से ही समस्याओं का समाधान होता है, न कि स्मारक और मंदिर बनाने से।

2. उड़ो बेटी, उड़ो पर धरती पर निगाह रखकर के द्वारा लेखिका का कहना है कि सपने देखना, उन्हें पूरा करने का प्रयास करना प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है। परंतु हमें अपनी महान सभ्यता, अपनी संस्कृति व अपने जीवन मूल्यों को कभी भी नहीं भूलना चाहिए। अपनी धरती से, अपनी जड़ों से कटकर कोई भी व्यक्ति लंबे समय तक सुखी नहीं रह पाता।

3. वियना कन्वेंशन ने ओजोन परत की रक्षा के लिए एक रूपरेखा प्रदान की। 1987 में, इस ढांचे ने पदार्थों पर मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का नेतृत्व किया, जो सीएफसी और अन्य ओडीएस के उत्पादन और खपत को नियंत्रित करने के लिए डिज़ाइन की गई एक अंतर्राष्ट्रीय संधि ओजोन परत (मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल) को चित्रित करता है।

1). सुदर्शन का वास्तविक नाम बदरीनाथ था। आपका जन्म सियालकोट (वर्तमान पाकिस्तान) में १८९६ में हुआ था। सुदर्शन की कहानियों का मुख्य लक्ष्य समाज व राष्ट्र को स्वच्छ व सुदृढ़ बनाना रहा है। प्रेमचन्द की भांति आप भी मूलत: उर्दू में लेखन करते थे व उर्दू से हिन्दी में आये थे।

2. कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर जी के निबंध संग्रहों के नाम हैं - (1) जिंदगी मुस्कुराई (2) बाजे पायलिया के घुँघरू (3) जिंदगी लहलहाई (4) महके आँगन - चहके द्वार।

3. आशारानी व्होरा जी के लेखन कार्य का प्रमुख उद्देश्य - - Hindi

विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी रही महिलाओं के जीवन संघर्ष को चित्रित करना और वर्तमान नारी वर्ग के सम्मुख उनके आदर्श प्रस्तुत करना।

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