Hindi, asked by thitamebalasahebdatt, 5 hours ago

प्रा1.अपठित गद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखो मनुष्य को चाहिए संतुलित रह कर अति के मार्ग त्याग कर मध्यम मार्ग को अपनाए अपने सामर्थ्य की पहचान कर उसकी सीमाओं के अंदर जीवन बिताना एक कठिन कला है पुरुष अपने अह केव वशीभूत होकर अपना मूल्यांकन अधिक कर बैठता है और इसी के फलस्वरूप वह उन कार्यों में हाथ लगा देता है उसी की शक्ति में नहीं है इसीलिए सामर्थ्य से अधिक व्यय करने वाले के लिए कहा जाता है की तोते पाव पसारिए जेती लबी उन्हीं के लिए कहा गया है कि अपने सामर्थ्य को विचार कर उस अनुरूप कार्य करना और व्यर्थ के दिखाये मैं स्वयं को भुला देना एक कठिन साधना है तो अवश्य है पर सबके लिए यही मार्ग अनुकरणीय है १.मनुष्य अह के वशीभूत होकर क्या करना है? २. मनुष्य को कोन सा मार्ग अपनाना है? ३. मनुष्य जीवन में कठिन कला कौन सी है? ४.मनुष्य की कठिन साधना कौन सी है? ५. ऊपर ही गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए ?​

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Answered by kurienloy
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CBSE Class 8 Hindi Unseen Passages अपठित गद्यांशhttps://www.learncbse.in › cbse-class-...· Translate this page

24-Apr-2019 — 6. मनुष्य को चाहिए कि संतुलित रहकर अति के मार्गों का त्यागकर मध्यम मार्ग को ...

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Answered by rp9861774
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Answer:वाक्यांश 'संभावित रूप से हानिकारक परिस्थितियाँ' किसी खतरनाक चीज़ को संदर्भित करता है। परिस्थितियाँ खतरनाक हो सकती हैं और इसलिए हानिकारक हो सकती हैं।

Explanation:

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