प्र.1. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए-
संदेसौ देवकी सौं कहियो।
हों तो धाई तिहारे सुत की, दया करत ही रहियौ।।
जदपि टेव तुम जानति उनकी, तऊ मोहि कहि आवै।
प्रातः होत मेरे लाइ लडैत, माखन रोटी भावै।।
Answers
Answered by
0
xytiztitidtiddtieitteitortodoydp6rp6rp7r7r7pr8trp7r6oro6ro6r6oryoroyryoryor
Similar questions