प्र-1 'तुम भी जूते और टोपी के आनुपातिक मूल्य के मारे हुए थे' के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता हैं?
NCERT class 9 hindi chapter 10
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टोपी आठ आने में मिल जाती है और जूते उस ज़माने में भी पांच रुपये से कम में क्या मिलते होंगे। जूता हमेशा टोपी से कीमती रहा है। अब तो जूते की कीमत और बढ़ गई है और एक जूते पर पचीसों टोपियां न्योछावर होती हैं। तुम भी जूते और टोपी के आनुपातिक मूल्य के मारे हुए थे।
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