Chemistry, asked by ramupalpal157, 3 months ago

प्र.18 कार्बनिक यौगिकों के संबंध में निम्न को समझाइये
(i) प्रेरणिक प्रभाव
(ii) अनुनाद
(iii) संकरण
(iv) समावयवता
(v) सजातीय श्रेणी​

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Answered by arvindtn7mbhpems
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Answer:

option for. d. is correct mark as you knew it was

Answered by sonalip1219
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कार्बनिक यौगिकों के संबंध में निम्न को समझाइये

व्याख्या:

(i) प्रेरणिक प्रभाव

  • बंधित परमाणुओं की विद्युत ऋणात्मकता में अंतर के कारण इलेक्ट्रॉनों या सिग्मा बंधों के स्थानांतरण के कारण आगमनात्मक प्रभाव उत्पन्न होता है।
  • यह एक अणु में विकसित एक स्थायी ध्रुवता है।
  • इलेक्ट्रॉनों के होने पर ही स्थानांतरण होता है। इसलिए परमाणुओं का संकरण समान रहता है।
  • इलेक्ट्रॉन छोड़ने वाले समूह और इलेक्ट्रॉन निकालने वाले समूह हो सकते हैं।
  • दूरी में वृद्धि के साथ आगमनात्मक प्रभाव कम हो जाता है।

(२) अनुनाद

  • इसे मेसोमेरिक प्रभाव भी कहते हैं। इसे एक से अधिक संभावित रूपों में मौजूद होने के लिए एक अणु की संपत्ति के रूप में वर्णित किया जा सकता है।
  • वैकल्पिक स्थिति में सिग्मा और पाई बांड वाले यौगिकों या प्रणाली को संयुग्मित प्रणाली कहा जाता है।
  • इस प्रकार की प्रणालियों में, इलेक्ट्रॉन एक भाग से दूसरे भाग में प्रवाहित होता है, जिससे निम्न और उच्च इलेक्ट्रॉन घनत्व बनता है।
  • (3) संकरण:
  • यह ऊर्जा के पुनर्वितरण की परिघटना है जिसमें समान ऊर्जाओं या लगभग समान ऊर्जाओं के परमाणु कक्षक आपस में मिलकर समान ऊर्जा वाले नए कक्षक बनाते हैं।
  • नए ऑर्बिटल्स को हाइब्रिड ऑर्बिटल्स कहा जाता है और इस प्रक्रिया को हाइब्रिडाइजेशन कहा जाता है।

(4) समावयवता

एक ही आणविक सूत्र लेकिन विभिन्न संरचना, भौतिक गुणों और रासायनिक गुणों वाले यौगिकों को आइसोमर कहा जाता है और यह प्रक्रिया आइसोमेरिज्म है।

(५) सजातीय श्रृंखला

  • यौगिकों की श्रृंखला जो एक दूसरे से पूर्ण संख्याओं के गुणज से भिन्न होती है, समजातीय श्रेणी कहलाती है।

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