प्र. 2. (आ) निम्नलिखित पठित पद्यांश पढ़कर
अर्धरात्रि को घर से कोई जो आँगन को आता,
शून्य गगन मंडल को लख यह मन में है भय पाता।
तारे निपट मलीन चंद ने पांडुवर्ण है पाया,
मानो किसी राज्य पर है, राष्ट्रीय कष्ट कुछ आया।
धनियों को है मौज रात-दिन हैं उनके पौ-बारे,
दोन दरिद्रों के मत्थे ही पड़े शिशिर दुख सारे।
वे खाते हैं हलुवा-पूड़ी, दूध-मलाई ताजी,
इन्हें नहीं मिलती पर सूखी रोटी और न भाजी।
(1) एक शब्द में उत्तर लिखिए :
(i) रात के एक हिस्से का नाम
(ii) घर के भीतर खुला छोड़े गए भाग का नाम
(ii) देखने के अर्थ में आया हुआ शब्द
(iv) सौर मंडल के एक उपग्रह का नाम
(2) (i) पद्यांश में दो शब्द-युग्म ढूँढकर लिखिए :
(2)
(ii) निम्नलिखित शब्दों के वचन बदलकर लिखिए :
(1) रोटी ) दुशाले।
Answers
Answer:
(i) अर्धरात्रि
(ii) शून्य गगन मंडल
(iii) आँगन
(iv) तारे
2) (i) रात-दिन , दूध-मलाई
2 (ii) रोटी - रोटियां
दुशाले - दुशाला
Explanation:
Answer:
प्र. 2. (आ) निम्नलिखित पठित पद्यांश पढ़कर
अर्धरात्रि को घर से कोई जो आँगन को आता,
शून्य गगन मंडल को लख यह मन में है भय पाता।
तारे निपट मलीन चंद ने पांडुवर्ण है पाया,
मानो किसी राज्य पर है, राष्ट्रीय कष्ट कुछ आया।
धनियों को है मौज रात-दिन हैं उनके पौ-बारे,
दोन दरिद्रों के मत्थे ही पड़े शिशिर दुख सारे।
वे खाते हैं हलुवा-पूड़ी, दूध-मलाई ताजी,
इन्हें नहीं मिलती पर सूखी रोटी और न भाजी।
(1) एक शब्द में उत्तर लिखिए :
(i) रात के एक हिस्से का नाम
(ii) घर के भीतर खुला छोड़े गए भाग का नाम
(ii) देखने के अर्थ में आया हुआ शब्द
(iv) सौर मंडल के एक उपग्रह का नाम
(2) (i) पद्यांश में दो शब्द-युग्म ढूँढकर लिखिए :
(2)
(ii) निम्नलिखित शब्दों के वचन बदलकर लिखिए :
(1) रोटी ) दुशाले।