प्र.5. निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
बिहसि लखनु बोले मृदु बानी। अहो मुनीसु महाभट मानी ।। पुनि-पुनि मोहि देखाव कुठारू। चहत उड़ावन फूंकि पहारू ।। इहाँ कुम्हडबतिया कोउ नाहीं। जे तरजनी देखि मरि जाहीं।। देखि कुठारू सरासन बाना। मैं कछु कहा सहित अभिमाना।।
1. प्रस्तुत काव्यांश में किसने किससे कहा?
(अ) विश्वामित्र ने परशुराम से (ब) श्रीराम ने परशुराम से (स) परशुराम ने लक्ष्मण से (द) लक्ष्मण ने परशुराम से ( ) 2. 'इहाँ कुम्हड़बतिया कोउ नाही।' पंक्ति द्वारा लक्ष्मण क्या कहना चाहते हैं?
(अ) सभा में उपस्थित सभी सदस्य कमजोर हैं, जो अंगुली देखते ही मर जाँएगे। (ब) सभा में उपस्थित सभी सदस्य काशीपफल या छुईमुई का फल हैं। (स) सभा में उपस्थित सदस्य अत्यंत कमजोर नहीं हैं, जो तर्जनी अंगुली देखते ही मर जाएँगे। (द) सभा में उपस्थित सदस्य डरपोक हैं, जो परशुराम जी से डरते हैं।
() 3. परशुराम के हाथ में कुठार और कंधे पर धनुष-बाण देखकर लक्ष्मण ने क्या समझा? (अ) परशुराम जी महान योद्धा हैं। (ब) परशुराम जी महान संन्यासी हैं। (स) परशुराम जी क्रोधी हैं। (द) परशुराम जी ब्रह्मचारी हैं।
4. 'पुनि-पुनि मोहि देखाव कुठारू' । पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?
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Raksha Bandhan or Rakhi is a special occasion that is marked to celebrate the eternal and auspicious bond between siblings. The day is observed with much fervour as a sister ties a sacred thread around her brother’s wrist. In return, the brother promises to always look after her and protect her from all evils. They also exchange gifts and sweet dishes to celebrate the festival.
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