प्र.7)बिरबल के चतुराई का एक किस्सा अपने शब्दों में
लिखिए।
Answers
Explanation:
बीरबल, मुझे हरे रंग का घोड़ा चाहिए। तुम मुझे सात दिन में हरे रंग का घोड़ा ला दो। अगर तुम हरे रंग का घोड़ा न ला सके तो हमें अपनी शक्ल मत दिखाना...
एक दिन बादशाह अकबर घोड़े पर बैठकर बाग में घूमने गए। साथ में बीरबल भी थे। चारों ओर हरे-भरे पेड़ और हरी-हरी घास देखकर अकबर बहुत खुश हुए। उन्हें लगा कि बगीचे में सैर करने के लिए तो घोड़ा भी हरे रंग का ही होना चाहिए।
उन्होंने बीरबल से कहा - बीरबल मुझे हरे रंग का घोड़ा चाहिए। तुम मुझे सात दिन में हरे रंग का घोड़ा ला दो। अगर तुम हरे रंग का घोड़ा न ला सके तो हमें अपनी शक्ल मत दिखाना।
हरे रंग का घोड़ा तो होता ही नहीं है। अकबर और बीरबल दोनों को यह मालूम था। लेकिन अकबर को तो बीरबल की परीक्षा लेनी थी।
दरअसल, इस तरह के अटपटे सवाल के बहाने वह चाहते थे कि बीरबल अपनी हार मान लें और कहें कि जहांपनाह मैं हार गया, लेकिन बीरबल कहां हार मानने वाले थे।
बीरबल हरे रंग के घोड़े की खोज के बहाने सात दिन तक इधर-उधर घूमते रहे। आठवें दिन वह दरबार में हाजिर हुए और बादशाह से बोले - जहांपनाह! मुझे हरे रंग का घोड़ा मिल गया है।
बादशाह को हैरानी हुई। बोले - जल्दी बताओ, कहां है हरा घोड़ा?
बीरबर : जहांपनाह! घोड़ा तो आपको मिल जाएगा, मैंने बड़ी मुश्किल से उसे खोजा है, मगर उसके मालिक ने दो शर्त रखी हैं।
बादशाह : क्या शर्ते र्हैं?
बीरबल : पहली शर्त तो यह कि घोड़ा लेने कि लिए आपको खुद जाना होगा।
बादशाह उतावलेपन से : यह तो बड़ी आसान शर्त है। दूसरी शर्त क्या है?
बीरबल : घोड़ा खास रंग का है, इसलिए उसे लाने का दिन भी खास ही होगा। उसका मालिक कहता है कि हफ्ते के सात दिनों के अलावा किसी भीदिन आकर उसे ले जाओ। अकबर बीरबल का मुंह देखते रह गए।
बीरबल हंसते हुए : जहांपनाह! हरे रंग का घोड़ा लाना हो तो उसकी शर्तें भी माननी ही पड़ेंगी।
अकबर खिलखिला कर हंस पड़े। बीरबल की चतुराई से वह खुश हुए। समझ गए कि बीरबल को मूर्ख बनाना आसान नहीं है।
if helpful please mark as brainliest
Answer:
ji akber birbel jdnjx hdjeb d