प्र. ३अ. रुढ, यौगिक शब्दों के दो-दो उदाहरण लिखिए-
Answers
1. रूढ़ शब्द :
ऐसे शब्द जो किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हैं लेकिन अगर उनके टुकड़े कर दिए जाएँ तो निरर्थक हो जाते हैं। ऐसे शब्दों को रूढ़ शब्द कहते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो ये शब्द हमेशा सार्थक होते हैं और केवल एक ही अर्थ को दर्शाते हैं| इन शब्दों के खंड करने पर इनका कोई अर्थ नहीं निकलता यानी खंड करने पर ये शब्द अर्थहीन हो जाते हैं ;
जैसे- 'नाक' शब्द का खंड करने पर 'ना' और 'क', दोनों का कोई अर्थ नहीं है।
उसी तरह 'कान' शब्द का खंड करने पर 'का' और 'न', दोनों का कोई अर्थ नहीं है।
जैसे: जल, कल, जप आदि।
2. यौगिक शब्द:
ऐसे शब्द जो किन्हीं दो सार्थक शब्दों के मेल से बनते हों वे शब्द यौगिक शब्द कहलाते हैं। इन शब्दों के खंड भी सार्थक होते हैं।
ये शब्द हमेशा ही किन्ही दो शब्दों के मेल से बने होते हैं| कहने का अर्थ यह है कि ये सार्थक तो होते हैं लेकिन ये सार्थक शब्दों का मेल होते हैं|
दूसरे शब्दों में- ऐसे शब्द, जो दो शब्दों के मेल से बनते है और जिनके खण्ड सार्थक होते है, यौगिक कहलाते है। 'यौगिक' यानी योग से बनने वाला। वे शब्द जो दो या दो से अधिक शब्दों के योग से बनते हैं, उन्हें यौगिक शब्द कहते हैं।
यहाँ प्रत्येक शब्द के दो खण्ड है और दोनों खण्ड सार्थक है।
उदाहरणतः कर्जदार|
कर्जदार = कर्ज़ + दार
यहां यह देखा जा सकता है कि कर्ज़ और दार का निजी तौर पर भी अपना एक अर्थ है लेकिन उन्हे मेल करने पर भी एक अर्थ निकलता है|
जैसे: स्वदेश : स्व + देश, देवालय : देव + आलय, कुपुत्र : कु + पुत्र आदि।