प्र. 'अच्छे कर्म' के बारे में अपने विचार लिखिये |
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आचार्यश्री ने कहा कि कोई व्यक्ति राेज सामाजिक, प्रतिक्रमण करता है या कोई भी धार्मिक कर्म करता है तो उसका फल सदैव उस मानव के लिए शुभ व सुखकारी ही होगा। यदि कोई व्यक्ति तप तपस्या या धार्मिक कार्य करे तो उसकी सदैव अनुमोदना करो। कभी भी ऐसे कार्याें में विघ्न डालने या आलोचना करने का काम मत करो।
Explanation:
कर्मचक्र से जुड़े इन पांच नियमों को जानकर हर मनुष्य बदल सकता है अपना जीवन
- सबसे बड़ा नियम हम बचपन से सुनते आए हैं कि 'जैसा बोओगे, वैसा काटोगे' या फिर जैसी करनी वैसी भरनी. ...
- सृजन का नियम ...
- विनम्रता का नियम ...
- जिम्मेदारी का नियम ...
- एकाग्रता का नियम
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