India Languages, asked by premkhanderao9491, 10 months ago

प्र. अधोलिखितपदेभ्य: आगमवर्णान्, आदेशवर्णान् वा स्पष्टीकृत्य पृथक्

कुरुत-
यथा-वृक्ष + छाया - वृक्षच्छाया - च् (आगम:)
यदि + अपि - यद्यपि- य (आदेश:)

i) इति+ आदि - इत्यादि (..................)
ii) तरु। छाया - तरुच्छाया-(..................)
iii) अनु + छेदः - अनुच्छेदः - (..................)
iv) अनु। इच्छति - अन्विच्छति (..................)

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Answered by roshinik1219
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आगमवर्णान्, आदेशवर्णान् वा स्पष्टीकृत्य पृथकरण

(i)  इति+ आदि - इत्यादि               य (आदेश:)

  • किसी वर्ण काे हटाकर जब कोई दसूरा वर्ण उसके स्‍थान पर शत्रु की  भाँति आ  बैठता है तो वह आदेश कहलाता है।

यहाँ 'अ ' के स्‍थान पर 'य' आदेश  हुआ है।

(ii) तरु। छाया - तरुच्छाया-           च् (आगम:)

(iii) अनु + छेदः - अनुच्छेदः -         च् (आगम:)

  • किसी वर्ण के साथ जब दसूरा वर्ण मित्रवत आकर बैठकर उससे  सयंक्‍तु हो जाता है, तब वह आगम कहलाता है।

यहाँ च्  का आगम  हुआ है।

(iv) अनु। इच्छति - अन्विच्छति   ( उ +  इ  = व)

'उ' + 'इ' में सं हिता (अत्‍यन्‍त समीपता) के कारण सन्‍धि  कार्य करने से अन्विच्छति पद बना है।

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