Hindi, asked by ankitaprajapat4, 6 days ago

पैराग्राफ मानव जीवन एक बुलबुला है
200 words ​

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Answered by loknadamjinaga1044
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Answer:

मनुष्य ने हमेशा समूह में रहने को प्राथमिकता दी है। आदम के ज़माने से मनुष्य समूह में रहा है। इससे वह सुरक्षित महसूस करता था और जंगली जानवरों से खुद को बचाता भी था। यह एक ऐसा मानवीय व्यवहार है जो समय के साथ कभी नहीं बदला। लोग अभी भी सामाजिकता से प्यार करते हैं। समाज, परिवार और संस्कृति मनुष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।

मनुष्य एक सामाजिक पशु है

एक महीने के लिए आदमी को अकेला छोड़ दें और फिर देखें कि उसके साथ क्या होता है। वह अकेलेपन और अवसाद से पीड़ित हो जाएगा और इसके कारण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बीमारियां भी पैदा हो जाएँगी। एक आदमी के लिए अकेला रहना संभव नहीं है। मनुष्य हमेशा से एक सामाजिक पशु रहा है। वह आसपास के लोगों से प्यार करता है। अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ अपने विचार साझा करना, उनके साथ समय व्यतीत करना और उनके साथ अलग-अलग गतिविधियों में शामिल होने से उन्हें अच्छा महसूस होता है और उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का भाव मिलता है।

पहले के समय में भारत के लोग संयुक्त परिवारों में रहते थे। संयुक्त परिवार प्रणाली के कई फायदे थे। यह बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अच्छा था। यह बुजुर्गों के लिए भी अच्छा साबित हुआ पर हाल ही में संस्कृति में बहुत बदलाव हुआ है। युवा पीढ़ी की सोच अलग है और विभिन्न कारणों से वह स्वतंत्र भी रहना चाहती है।

Answered by XxDREAMKINGxX
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लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – आदमी का जीवन तो पानी का बुलबुला है जाने कब फूट जाए। ... लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – जीते जी मनुष्य पैसे कमाने की होड़ में लगा रहता है पर कबीर दास ने मनुष्य के जीवन को पानी के बुलबुले के समान ही

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लोकोक्ति (मुहावरा) – आदमी पानी का बुलबुला है

लोकोक्ति (मुहावरे) का हिन्दी में अर्थ – मनुष्य जीवन नाशवान है।

आदमी पानी का बुलबुला है हिन्दी की एक प्रसिद्ध लोकोक्ति है जिसका प्रयोग अक्सर हिन्दी के लेख, निबंध आदि में किया जाता है

✖आदमी पानी का बुलबुला है लोकोक्ति (मुहावरे) का वाक्य प्रयोग✖

◾लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – आदमी का जीवन तो पानी का बुलबुला है जाने कब फूट जाए

◾लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – नदी में बहते पानी को देखो इसमें उठते बुलबुले के समान ही मनुष्य का जीवन भी क्षणभंगुर है।

◾लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – जीते जी मनुष्य पैसे कमाने की होड़ में लगा रहता है पर कबीर दास ने मनुष्य के जीवन को पानी के बुलबुले के समान ही माना है

⚡हिन्दी की 1000 लोकोक्तियाँ – अर्थ वाक्य प्रयोग 

कई बार लोग लोकोक्तियों (कहावतों) और मुहावरों को एक ही समझने की भूल कर बैठते हैं। मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर को जानने के लिए इस लिंक पर जाएँ और मुहावरे और लोकोक्तियों का अंतर अच्छी प्रकार से समझें।

♣मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर♣

◾Lokokti (Muhavra) – aadmi pani ka bulbula hai

◾Lokokti (Muhavre)ka Hindi mein arth – manushy jivan nashavan hai

◾aadmi pani ka bulbula hai Lokokti ka Vakya prayog

⚫आदमी पानी का बुलबुला है कहावत

का हिन्दी में अर्थ और वाक्य प्रयोग

यहाँ पर हमने इस लोकोक्ति (कहावत) के बारे में निम्न बातें समझाई हैं:

आदमी पानी का बुलबुला है in English ; आदमी पानी का बुलबुला है sentence ; आदमी पानी का बुलबुला है vakya prayog ; आदमी पानी का बुलबुला है का वाक्य प्रयोग ; आदमी पानी का बुलबुला है पर कहानी ; आदमी पानी का बुलबुला है मुहावरे का अर्थ क्या होगा ; आदमी पानी का बुलबुला है लोकोक्ति का अर्थ क्या होगा

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