- पुरोहित वंशीधर अपने पुत्र को पढ़ा-लिखाकर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे।
Answers
¿ पुरोहित वंशीधर अपने पुत्र को पढ़ा-लिखाकर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे।
➲ पुरोहित वंशीधर अपने पुत्र को पढ़ा-लिखाकर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे, क्योंकि उनकी आयु अधिक हो चुकी थी।
⏩ ‘गलता लोहा’ पाठ में मोहन के पिता बंशीधर पुरोहिताई का काम करते थे, लेकिन अब आयु अधिक होने के कारण पुरोहिताई का काम मिलना भी उन्हें लगभग बंद हो गया था। उनका पुत्र मोहन एक मेधावी छात्र था, और वे उसे पढ़ा-लिखाकर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे। पुरोहिताई के पेशे में अब वह आमदनी नहीं रही थी। पुरोहिताई में मिलने वाली दान-दक्षिणा के बूते पर वह बड़ी मुश्किल से इसी तरह अपने परिवार का पेट भर पाते थे। इसीलिए वह अपने पुत्र मोहन को पढ़ा लिखा कर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे ताकि उनका पुत्र उनके वंश की दरिद्रता को मिटा सके।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
संबंधित कुछ और प्रश्न—▼
मास्टर त्रिलोक सिंह का मोहन से क्या उम्मीद थी।
https://brainly.in/question/23361198
मोहन अपने घर सेकछुए को किस उद्देश्य से लेकर निकला था।
https://brainly.in/question/26001505
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○