प्र० - १ - किसी एक विषय पर
अनुच्छेद लिखें।
क - कोरोना से सीख
ख - मोबाईल
ग - वन और पर्यावरण
Answers
मोबाइल
1973 से पहले, मोबाइल टेलीफोनी कारों और अन्य वाहनों में स्थापित फोन तक सीमित था। मोटोरोला पहली कंपनी थी जिसने हैंडहेल्ड मोबाइल फोन का उत्पादन किया। 3 अप्रैल, 1973 को, मोटोरोला के एक शोधकर्ता और कार्यकारी, मार्टिन कूपर ने हैंडहेल्ड सब्सक्राइबर उपकरणों से पहला मोबाइल टेलीफोन कॉल किया, जो उनके प्रतिद्वंदी बेल लैब्स के डॉ जोएल.एस.एंगेल को किया गया कॉल था।डॉ. कूपर द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्रोटोटाइप हैंडहेल्ड फोन का वजन 1.1 किलोग्राम था और 23x13x4.5 सेंटीमीटर (9.1x5.1x1.8 इंच) मापा गया। प्रोटोटाइप ने केवल 30 मिनट के टॉक टाइम की पेशकश की और पुनः चार्ज करने में 10 घंटे का समय लिया।जॉन एफ.मिशेल, मोटोरोला की प्रमुख पोर्टेबल संचार उत्पादों और कूपर की बॉस ने मोबाइल टेलीफोन उपकरणों के विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चूंकि मिशेल, मोटोरोला को बेतार संचार उत्पादों को विकसित करने में विफल रही। लेकिन उनकी दुरदर्शी सोच ने आज के आधुनिक फोन की नींव रखी।नई तकनीक को तरंगों या पीढ़ियों की एक श्रृंखला में विकसित और रोल आउट किया गया है। "पीढ़ी" शब्दावली केवल व्यापक रूप से उपयोग की जाती है जब 3जी लॉन्च किया गया था, लेकिन अब पूर्ववर्ती प्रणालियों का जिक्र करते हुए अब इसका उपयोग पूर्वव्यापी रूप से किया जाता है।आज मोबाइल फोन विभिन्न आकृति और आकारों में उपलब्ध हैं, विभिन्न तकनीकी फीचर्स हैं और कई उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाते हैं। जैसे - वॉइस कॉलिंग, वीडियो चैटिंग, टेक्स्ट मैसेजिंग, इंटरनेट ब्राउज़िंग, ईमेल, वीडियो गेम और फोटोग्राफी आदि। इसलिए इसे 'स्मार्ट फोन' कहा जाता है।
वन और पर्यावरण
वन और पर्यावरण का बहुत गहरा सम्बन्ध है। प्रकृति के संतुलन को बनाये रखने के लिए पृथ्वी के 33% भाग को भरा होना चाहिए। वन जीवनदायक हैं। ये वर्षा कराने में सहायक होते हैं। धरती की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाते हैं। वनों से भूमि का कटाव रोका जा सकता है। वनों से मृदा अपरदन को रोका जा सकता है। रेगिस्तान का फैलाव रुकता है, सूखा कम पड़ता है। इससे ध्वनि प्रदुषण की भयंकर समस्या से निदान पाया जा सकता है। वन ही नदियों, झरनों और अन्य प्राकृतिक जल स्रोतों के भण्डार हैं। वनों से हमें लकड़ी ,फल, फूल, खाद्य पदार्थ, गोंद तथा अन्य सामान प्राप्त होते हैं। आज भारत में दुर्भाग्य से केवल 23 % वन बचे हैं। जैसे -जैसे उद्योगों को संख्या बढ़ रही है ,शहरीकरण हो रहा है ,वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है ,वैसे-वैसे वनों की आवश्यकता और बढ़ती जा रही है। वन संरक्षण एक कठिन एवं महत्वपूर्ण काम है। इसमें हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझनी पडेगी और अपना योगदान देना होगा। अपने घर-मोहल्ले ,नगर में संख्या में वृक्षारोपण को बढाकर इसको एक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाना होगा।