Hindi, asked by ks963015, 10 months ago

प्रेम के इस------की बरकत यह थी कि दो-दो गाल सूखा भूसा खाकर भी दोनों दुर्बल न होते थे ।paat do balo ki khata​

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Answered by master708
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Answer:

what is the quotation I didn't get it

Answered by santohslodhi
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Explanation:

प्रेम के प्रसाद की है बरकती की 22 गाल सूखा भूसा खाकर भी दोनों दुर्बल ना होते थे मगर दोनों की आंखों में रोम रोम में विद्रोह भरा हुआ था इनके संदर्भ प्रसंग व्याख्या

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