प्रेमचंद का एक चित्र मेरे सामने है, पत्नी के साथ फोटो खिंचा रहे हैं। सिर पर किसी मोटे कपड़े की टोपी, कुर्ता और धोती पहने हैं। कनपटी चिपकी है, गालों की हड्डियां उभर आई हैं, पर घनी मूंछें चेहरे को भरा-भरा बतलाती हैं। पावों में कैनवस के जूते हैं, जिनके बंद बेतरतीब बंधे हैं। लापरवाही से उपयोग करने पर बंद के सिरों पर की लोहे की पतरी निकल जाती है और छेदों में बंद डालने में परेशानी होती है। तब बंद कैसे भी कस लिए जाते हैं। दाहिने पांव का जूता ठीक है, मगर बाएं जूते में बड़ा छेद हो गया है जिसमें से उंगली बाहर निकल आई है। मेरी दृष्टि इस जूते पर अटक गई है। सोचता हूं- फोटो खिंचाने की अगर यह पोशाक है, तो पहनने की कैसी होगी? नहीं, इस आदमी की अलग-अलग पोशाकें नहीं होंगी- इसमें पोशाकें बदलने का गुण नहीं है। यह जैसा है, वैसा ही फोटो में खिंच जाता है।
लेखक के सामने किसका चि
ईश्वर का
प्रेमचंद का
प्राकृतिक दृश्य
माता का
30.लेखक की दृष्टि कहां अटक गई?Required to answer. Single choice.
(1 Point)
चश्मे पर
घड़ी पर
जूते पर
कपड़ों पर
31.इस पाठ के लेखक कौन है?Required to answer. Single choice.
(1 Point)
प्रेमचंद
सूरदास
रसखान
हरिशंकर परसाई
32." प्रेमचंद में पोशाकें बदलने का गुण नहीं है" इस वाक्य से प्रेमचंद की किस विशेषता का पता चलता है?Required to answer. Single choice.
(1 Point)
सादगी पसंद
दिखावटी पन
ईमानदारी
गंभीर
33.चित्र में प्रेमचंद जी के साथ कौन है?Required to answer. Single choice.
(1 Point)
भाई
पिता
माता
पत्नी
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1. प्रेमचंद का
2. जूते पर
3. हरिशंकर परसाई
4. सादगी पसंद
5. पत्नी
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मुझे आशा है कि यह उत्तर आपके लिए उपयोगी है
धन्यवाद
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