प्रेमचंद्र का lekhak parichay
Answers
सबसे पहली बात प्रेमचंद होता है प्रेमचंद्र नहीं। कृपया हिंदी जगत के महान लेखक के नाम को सही तरह से लिखें।
प्रेमचंद का उदय ऐसे समय में हुआ था जब समाज बहुत ही विच्छिन्न दिशा में विचरण कर रहा था। अंग्रेजी शासन का ही राज था और चारों और केवल गलत गलत और सिर्फ गलत ही हो रहा था।
प्रेमचंद ने अपने लेखन से हिंदी साहित्य जगत में चार चांद लगा दिया था। उनके पहले सारे लोग कल्पना से लिखते थे मगर वह जब से लिखना आरंभ किया बस वह यथार्थवाद पर लिखते थे।
यथार्थवादी सम्राट के नाम से प्रेमचंद जी प्रसिद्ध है। वह उर्दू और हिंदी दोनों साहित्य के लेखक थे। इसलिए दोनों साहित्य के लोग ही प्रेमचंद जी का सम्मान करते थे।
वह उपाधि पाने के लिए नहीं लिखते थे समाज के लोगों को नई दिशा दिखाने के लिए लिखते थे। वह जनसाधारण को अपने लेखन में नायक बनाते थे।
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सबसे पहली बात प्रेमचंद होता है प्रेमचंद्र नहीं। कृपया हिंदी जगत के महान लेखक के नाम को सही तरह से लिखें।
प्रेमचंद का उदय ऐसे समय में हुआ था जब समाज बहुत ही विच्छिन्न दिशा में विचरण कर रहा था। अंग्रेजी शासन का ही राज था और चारों और केवल गलत गलत और सिर्फ गलत ही हो रहा था।
प्रेमचंद ने अपने लेखन से हिंदी साहित्य जगत में चार चांद लगा दिया था। उनके पहले सारे लोग कल्पना से लिखते थे मगर वह जब से लिखना आरंभ किया बस वह यथार्थवाद पर लिखते थे।
यथार्थवादी सम्राट के नाम से प्रेमचंद जी प्रसिद्ध है। वह उर्दू और हिंदी दोनों साहित्य के लेखक थे। इसलिए दोनों साहित्य के लोग ही प्रेमचंद जी का सम्मान करते थे।
वह उपाधि पाने के लिए नहीं लिखते थे समाज के लोगों को नई दिशा दिखाने के लिए लिखते थे। वह जनसाधारण को अपने लेखन में नायक बनाते थे।