प्रेमचन्द की कहानी कला का वर्णन करते हुए उनकी कहानी मुक्तिमार्ग के उद्देश्य पर प्रकाश डालें
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HELLO DEAR,
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प्रेमचंद्र की कहानी 'मुक्ति मार्ग'से हमें यह सीखने को मिलता है कि हमें दूसरे का नुकसान करने से पहले अपने बारे में सोचना चाहिए कि हमें इससे लाभ होगा या हानी होगा।जिस प्रकार इस कहानी में झींगुर अपने खेतों में आते पेड़ों को डंडो से मार-मार कर बुद्धू को कष्ट पहुंचाया और उसके उपरांत बुद्धू ने उसके ईख के खेतों को आग लगाकर उसको कष्ट पहुंचाया। इससे यह पता चलता है कि अगर आप दूसरों को कष्ट या हानि पहुंचाएंगे तो आपको भी हानि का सामना करना पड़ेगा।
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प्रेमचन्द की कहानी कला का वर्णन करते हुए उनकी कहानी मुक्तिमार्ग के उद्देश्य पर प्रकाश डालें:
प्रेमचन्द जी सादा एवं सरल जीवन के मालिक प्रेमचंद सदा मस्त रहते थे। भारत के उपन्यास सम्राट माने जाते हैं भारत के हिन्दी साहित्य में प्रेमचन्द का नम अमर है। मुंशी प्रेमचंद को हिंदी और उर्दू साहित्य के आधुनिक क्षेत्र के महान लेखकों में से एक माना जाता है। मुंशी प्रेमचंद्र द्वारा लिखे गये उपन्यासों को बाद में कई फिल्मों और टेलीविजन धारावाहिकों में प्रसारित किया गया।
प्रेमचन्द जी द्वारा लिखी गई कहानी मुक्तिमार्ग का उद्देश्य है कि हमें किसी से भी जलन, बैर नहीं करना चाहिए | कभी भी जीवन घमंड नहीं करना चाहिए | जिस प्रकार झींगुर को अपनी फसल पर बहुत घमंड हो गया था और उसने भेड़ों को मारा और गलत किया | बुधु ने उसकी फसल में आगे लगा दी | दोनों ने एक दूसरे के साथ गलत किया | अंत में दोनों को समझ गया आ गया कि कभी किसी के साथ गलत नहीं करना चाहिए | कहानी से हमें सीखना चाहिए जैसा हम करते है , हमें वैसा ही वापिस मिलता है | किसी का बुरा मत करो जैसा करोगे वैसा भरोगे | ींगुर