पूर्ण प्रतियोगिता पूर्ण प्रतियोगिता के अंतर्गत फर्म के साम्य की व्याख्या कीजिए
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Answer:पूर्ण प्रतियोगिता के अन्तर्गत फर्म का दीर्घकालीन साम्य
दीर्घकालीन समय की वह अवधि होती है, जिसमें उत्पादक के पास इतना समय होता है कि वह माँग के अनुसार पूर्ति का समायोजन कर सके अर्थात माँग बढ़ने पर वह वस्तु की पूर्ति बढ़ा सकता है तथा माँग कम होने पर वह वस्तु की पूर्ति घटा सकता है।पूर्ण प्रतियोगिता के अन्तर्गत दीर्घकाल में साम्य की स्थिति में प्रत्येक फर्म को केवल सामान्य लाभ की ही प्राप्ति होती हैं, इसका कारण यह है कि यदि किसी फर्म को हानि होती है, तो दीर्घकाल में वह उत्पादन बन्द कर देगी, जिससे वस्तु की पूर्ति घटने पर उसका मूल्य बढ़ेगा तथा हानि उठाने वाली अन्य फर्मों की हानि समाप्त हो जायेगी। इसके विपरीत, दीर्घकाल में यदि किसी फर्म को अतिरिक्त लाभ प्राप्त होता है, तो अन्य फर्मे उससे आकर्षित होकर वैसी ही वस्तु का उत्पादन करने लगेंगी, जिससे वस्तु की पूर्ति बढ़ेगी और मूल्य घटेगा। परिणामस्वरूप अतिरिक्त लाभ अदृश्य हो जायेगा। दीर्घकाल में सामान्य लाभ प्राप्ति का रेखाचित्र अल्पकाल के सामान्य लाभ के रेखाचित्र के समान ही होगा।
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