प्रिपरेशन आफ एल्कोहल फॉर्म फॉर्म कार्बनिक एसिड
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Explanation:
मेथेनॉल (Methanol) एक कार्बनिक यौगिक है जिसका अणुसूत्र CH3OH है। इसे 'मेथिल अल्कोहल' , 'काष्ठ अल्कोहल' , 'काष्ठ नैफ्था' , मेथिल हाइद्रेट' और 'काष्ठ स्पिरिट' भी कहते हैं। इसको 'काष्ठ अल्कोहल' इसलिये कहते थे क्योंकि एक समय में यह प्रायः लकड़ी के भंजक आसवन से प्राप्त की जाती थी। आजकल इसका उत्पादन एक उत्प्रेरकीय औद्योगिक प्रक्रम के द्वारा होता है जिसमें कार्बन मोनोऑक्साइद, कार्बन डाइऑक्साइद और हाइड्रोजप्रयुक्त होते हैं।
मेथेनॉल सबसे सरल अल्कोहल है। यह हल्का, वाष्पशील, रंगहीन, ज्वलनशील, द्रव है जिसकी गन्ध एथेनॉल (पेय अल्कोहल) जैसी होती है। .[8] किन्तु मेथेनॉल अत्यन्त विषैला है और पीने के लिये बिल्कुल अनुपयुक्त है। इसके पीने से मनुष्य मर सकता है और मरने से पहले वह अंधा होता है। सामान्य ताप पर यह द्रव अवस्था में होता है। इसका उपयोग एन्टीफ्रीज, विलायक, ईंधन, आदि के रूप में होता है। यह एथेनॉल के विकृतिकारक(denaturant) के रूप में भी प्रयुक्त होता है। यह बायोडीजल के उत्पादन में भी उपयोगी है।
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