Business Studies, asked by chiragjainw7220, 9 months ago

पार्षद अन्तर्नियम क्या है? समझाइये।

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Answered by ElegantSplendor
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Answer:

कंपनी का पार्षद सीमानियम कंपनी के कार्यक्रम व उदृदेश्यों को निर्धारित करता है, परंतु इन उद्देश्यों की पूर्ति किन नियमों के अधीन की जायेगी, इसका निर्धारण पार्षद अंतर्नियम द्वारा किया जाता है। यह कंपनी का दूसरा महत्वपूर्ण प्रलेख होता है। इसमें कंपनी के विभिन्न पक्षकारों, जैसे- अंशधारियों एवं ऋणपत्रधारियों के अधिकार, कर्तव्य, अंशो का निर्गमन, हस्तांतरण आदि से संबंधित नियम एवं उपनियम शामिल होते है।

Answered by Anonymous
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  1. कपंनी अधिनियम 1956 की धारा (2) के अनुसार- ‘‘पार्षद अंतर्नियम से आशय कंपनी के उस अंतर्नियम से है, जो मूल रूप से बनाया गया है या जिसे पूर्व के किसी अधिनियम के अनुसार समय-समय पर परिवर्तित किया गया है।’’
  2. लार्ड केन्र्स के अनुसार- ‘‘अतंनिर्यम पाषर्द सीमानियम के अधीन कार्य करता है और सीमानियम को चार्टर के रूप में स्वीकार्य करता है।’’

पार्षद अंतर्नियम की उपरोक्त परिभाषाओं का अध्ययन करने के पश्चात् यहकहा जा सकता है कि ‘‘पार्षद अंतर्नियम कंपनी के पार्षद सीमानियम के अधीनबनाये गये नियमन तथा उपनियम है जिनमें कंपनी के आन्तरिक मामलों कोनियंत्रित एव नियमित किया जा सकता है।

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