प्रात:काल से ईद की खुशियाँ झलकने लगती हैं। बच्चे, बूढ़े और
जवान प्रात:काल स्नान आदि करके नए वस्त्र पहनते हैं। फिर मस्जिद में वे
सामूहिक नमाज अदा करते हैं। दिल्ली की जामा मस्जिद में ईद की सामूहिक
नमाज का नजारा देखते ही बनता है। मस्जिद के खुले मैदान में हजारों नमाजी
जब पंक्तिबद्ध नमाज पढ़ना आरंभ करते हैं तो उनकी यंत्र की तरह संचालित
होने वाली गतिविधियाँ देखते ही बनती हैं। परस्पर भाई-चारा और शांति का
वातावरण मन को मुग्ध कर देता है। उस समय नमाज के पवित्र भाव से सारा
वातावरण उल्लसित हो उठता है। नमाज के बाद लोग एक दूसरे के गले
मिलते हैं और उन्हें ईद कामबारकबाद देते हैं।
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