पारितंत्र सेवा के अंतर्गत बाढ़ व भू-अपरदन (सॉयल-इरोजन) नियंत्रण आते हैं। यह किस प्रकार पारितंत्र के जीवीय घटकों (बायोटिक कंपोनेंट) द्वारा पूर्ण होते हैं?
Answers
पारितंत्र सेवा के अंतर्गत बाढ़ व भू-अपरदन (सॉयल-इरोजन) नियंत्रण आते हैं। यह निम्न प्रकार पारितंत्र के जीवीय घटकों (बायोटिक कंपोनेंट) द्वारा पूर्ण होते हैं :
एक पारितंत्र के जैविक घटकों में सभी पादप व जंतु सम्मिलित होते हैं । पादपों द्वारा बाढ़ व मृदा अपरदन को रोकने में सहायता मिलती है। पादपों की जड़े मृदा को बांधकर रखती है , जिससे मृदा अपरदन रुकता है । जड़े मृदा को छिद्रित करती हैं, जिससे सतही जल भूमि में प्रवेश करता है तथा बाढ़ जैसी आपदा को रोका जा सकता है।
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Explanation:
पारितंत्र सेवा के अंतर्गत बाढ़ व भू-अपरदन नियंत्रण आते हैं। यह निम्न प्रकार पारितंत्र के जीवीय घटकों द्वारा पूर्ण होते हैं :