Hindi, asked by NishDasgupta153, 1 year ago

प्रातहि जगावत गुलाब चटकारी दै' - इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 3- सवैया कवित्त हिंदी प्रश्न 5

Answers

Answered by yapu
44
उत्तर 
उपर्युक्त पंक्ति के द्वारा कवि ने वसंत ऋतु की सुबह के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन किया है। वसंत ऋतु को राजा कामदेव का पुत्र बताया गया है। बालक वसंत को प्रातःकाल गुलाब चुटकी बजाकर जगाते हैं। वसंत ऋतु में सवेरे जब गुलाब के फूल खिलते हैं तो वसंत के दिवस का प्रारंभ होता है। कहने का आशय यह है कि वसंत में प्रातः ही चारों ओर गुलाब खिल जाते हैं।
Answered by jayathakur3939
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प्रशन :- प्रातहि जगावत गुलाब चटकारी दै’ इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।

उत्तर :- इन पंक्तियों में कवि कहते है कि जब सुबह गुलाब की कलियाँ चटकती हैं तो ऐसा लगता है कि वे चुटकी बजाकर बसंत को जगा रही हैं। ऐसा इसलिए कहा गया है कि ज्यादातर फूल सुबह में खिलते हैं और उसके बाद दिन की शुरुआत होती है। बसंत की छटा दिन में ही देखने लायक होती है।

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