Hindi, asked by jyotikashyap8938, 5 months ago

पूर्व चलने के बटोही बाट की पहचान कर ले पुस्तकों में है नहीं छापी गई इसकी कहानी हाल इसका ज्ञात होता है न औरों की जबानी अनगिनत राही गए इस राह पर उनका पता क्या पर गए कुछ लोग इस पर छोड़ पैरो की निशानी यह निशानी मूक होकर भी बहुत कुछ बोलती है खोल इसका अर्थ पंथी पंथ का अनुमान कर ले पूर्व चलने के बटोही बाट की पहचान कर ले यह बुरा है या किअच्छा व्यर्थ दिन इस पर बिताना जब असंभव छोड़ यह पथ दूसरे पर पग बढ़ाना तू इसे अच्छा समझ यात्रा सरल इससे बनेगी सोच मत केवल तुझे ही यह पड़ा मन में बिठाना हर सफल पंथी यही बिश्वास ले इस पर बढ़ा है तू इसी पर आज अपने चित्त का अवधान कर ले पूर्व चलने के बटोही बाट की पहचान कर ले. Single choice.

1515,

प्रस्तुत काव्यांश में बाट से अभिप्राय है?. Single choice.

(1 Point)

पगडंडी

जीवन पथ

मृत्यु पथ

लक्ष्य

1616,

मनुष्य को पथ की पहचान होती है. Single choice.

(1 Point)

पुस्तकों के माध्यम से

व्यावहारिक अनुभव से

परिचित लोगो से

इनमे से कोई नहीं

1717,

काव्यांश में पैरोंकी निशानी द्वारा किन लोगोंकी और संकेत किया गया है?. Single choice.

(1 Point)

पूर्व में ने मुसाफिरों की ओर

मार्ग से भटके लोगो की ओर

सन्यासियों की ओर

महापुरुषों की ओर

1818,

मार्ग की कठिनाइयाँ भी असमान हो जाती है. Single choice.

(1 Point)

सकारात्मक सोच से

नकारात्मक सोच से

कल्पनाजीवी होने से

अन्धानुकरण से

1919,

कवि के अनुसार मनुष्य का समय बर्बाद होता है. Single choice.

(1 Point)

अनावश्यक कार्यो से

दुविधाग्रस्त होने से

मार्ग के विषय में पूछताछ करने से

अधिक धन कमाने से​

Answers

Answered by shishir303
2

पद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर इस प्रकार होंगे...

प्रस्तुत काव्यांश में बाट से अभिप्राय है?

जीवन पथ

प्रस्तुत पद्यांश में बाट से अभिप्राय जीवन पथ से है।

मनुष्य को पथ की पहचान होती है.

व्यावहारिक अनुभव से

मनुष्य को पथ की पहचान जीवन के व्यवहारिकअनुभव से होती है।

काव्यांश में पैरों की निशानी द्वारा किन लोगों की और संकेत किया गया है?.

महापुरुषों की ओर

काव्यांश में पैरों की निशानी द्वारा महापुरुषों की ओर संकेत किया गया है।

मार्ग की कठिनाइयाँ भी असमान हो जाती है.

सकारात्मक सोच से

मार्ग की कठिनाइयां भी सकारात्मक सोच से असमान हो जाती हैं।

कवि के अनुसार मनुष्य का समय बर्बाद होता है.

दुविधाग्रस्त होने से

दुविधाग्रस्त होने से मनुष्य का समय बर्बाद होता है।

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Answered by kapilraj9575
1

Answer:

1st Answer:- जीवनपथ

2nd Answer:-इनमे से कोई नहीं

3rd Answer:-मार्ग से भटके लोगो की ओर

4th Answe:-सकारात्मक सोच से

5th Answer:-अनावश्यक कार्यो से

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