पूर्व-औद्योगीकरण का मतलब बताएँ।
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उत्तर :
पूर्व औद्योगिकरण (proto industrialisation) :
इंग्लैंड और यूरोप के अन्य देशों में फैक्ट्रियों की स्थापना से भी पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए बड़े पैमाने पर और औद्योगिक उत्पादन होता था । इसमें वस्तु का उत्पादन कारखानों के बजाय घरों में होता था। इस पर सौदागरों का नियंत्रण था। आदि औद्योगिक उत्पादन नें किसानों की कम होती खेती की आय को नया सहारा दिया । इस व्यवस्था से किसानों को अपने पूरे परिवार के श्रम संसाधनों के प्रयोग का अवसर मिल गया । इतिहासकार औद्योगिकरण के इस चरण को आदि औद्योगीकरण (proto industrialisation) का नाम देते हैं।
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Explanation:
। इस प्रकार सोशियोलॉजी शब्द का अर्थ भी समाज का विज्ञान होता है। परंतु समाज के बारे में समाजशास्त्रियों के भिन्न – भिन्न मत है इसलिए समाजशास्त्र को भी उन्होंने भिन्न-भिन्न रूपों में परिभाषित किया है।
अति प्राचीन काल से समाज शब्द का प्रयोग मनुष्य के समूह विशेष के लिए होता आ रहा है। जैसे भारतीय समाज , ब्राह्मण समाज , वैश्य समाज , जैन समाज , शिक्षित समाज , धनी समाज , आदि। समाज के इस व्यवहारिक पक्ष का अध्यन सभ्यता के लिए विकास के साथ-साथ प्रारंभ हो गया था। हमारे यहां के आदि ग्रंथ वेदों में मनुष्य के सामाजिक जीवन पर पर्याप्त प्रकाश डाला गया है।
इनमें पति के पत्नी के प्रति पत्नी के पति के प्रति , माता – पिता के पुत्र के प्रति , पुत्र के माता – पिता के प्रति , गुरु के शिष्य के प्रति , शिष्य के गुरु के प्रति , समाज में एक व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के प्रति , राजा का प्रजा के प्रति और प्रजा का राजा के प्रति कर्तव्यों की व्याख्या की गई है।
मनु द्वारा विरचित मनूस्मृति में कर्म आधारित वर्ण व्यवस्था और उसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है और व्यक्ति तथा व्यक्ति , व्यक्ति तथा समाज और व्यक्ति तथा राज्य सभी के एक दूसरे के प्रति कर्तव्यों को निश्चित किया गया है। भारतीय समाज को व्यवस्थित करने में इसका बड़ा योगदान रहा है इसे भारतीय समाजशास्त्र का आदि ग्रंथ माना जा सकता है।