प्राविधिक शिक्षा आजको आबस्यकता शीर्षकमा निबन्ध लेख।
Answers
Answer:
please mark me as brainlist
Explanation:
हामी विकासशील देशका नागरिक हौं। हामीले यो देशमा पुरातनवादी, बुर्जुवा शिक्षाकै कारण पछाडि परिरहेका छौं। हामी राजनीतिका अनुत्पादक र फाल्तु कुरा गरेर आफ्नो महत्त्वपूर्ण समय खेर फालिरहेको आफैंले बुझेका छैनौं। आफ्नो व्यवसाय गर्ने र आफ्नै कमाइ गरेर खाने संस्कृतिको विकास नहुनुमा हामीले अहिलेसम्म पाउँदै आएको अनुत्पादक औपचारिक शिक्षा नै हो। हाम्रो अवस्थाको जिम्मेवार अहिलेको शिक्षा नै भएको मेरो बुझाइ रहेको छ। प्राविधिक शिक्षा र उत्पादनमुखी शिक्षा नभएकै कारण हाम्रो देश विकासमा पछाडि पनि परेको छ। प्राविधिक ज्ञान भएकाहरू कोही पनि बेरोजगार बन्न पर्दैन। त्यसैले, आजको प्रमुख आवश्यकता भनेको व्यावहारिक, व्यावसायिक र सीपमूलक शिक्षा दिनु नै हो। पछिल्लो समय विद्यार्थी व्यावहारिक तथा व्यावसायिक शिक्षा आर्जन गर्न उत्साहित देखिएका छन्। यसबाट देशले छिट्टै आर्थिक तथा सामाजिक विकास गर्न सक्ने विश्वास पनि लिइएको छ। गाउँ–गाउँमा प्राविधिक शिक्षालय पनि खुल्दै छन्। मेहनत गरे नेपालमै पर्याप्त कमाइ गर्न सकिने उदाहरण पनि यहीं भेटिन्छ। व्यवसायिक तारिकाले जुनसुकै काम गर्दा पनि सफल हुन सकिन्छ भन्ने उदाहरण नयाँ पुस्ताका युवाले दिन थालेका छन्। नेपाली युवा जनशक्ति खाडी मुलुकहरूमा तल्लो स्तरको कामका लागि चर्को मूल्य तिरेर न्यून पारिश्रमिकमा श्रम बेच्न बाध्य भएका छन्। यहाँ भने कपडा सिलाउने, कपाल काट्ने र होटल व्यवसाय सञ्चालन गर्नसमेत विदेशीकै वर्चस्व देखिएको छ। भारतीयलगायतका नागरिकले यहाँको अर्थतन्त्र बाहिर लगिरहँदासमेत हामी नेपालीलाई यस्ता सीप सिकाउन सकिरहेका छैनौं। यो विषयमा ध्यान दिनु जरुरी देखिन्छ। हामी आफ्नो काम आफैं गर्न नसकेर परनिर्भर र गरिब हुँदै गइरहेका छौं। पछिल्लो समय प्राविधिक कलेज खुल्ने क्रमसँगै विद्यार्थी तथा अभिभावकको ध्यान प्राविधिक शिक्षातर्फ केन्द्रित हुन थालेको छ। विद्यार्थीका लागि ‘आइरन गेट’ मानिने एसईई परीक्षा उत्तीर्णसँगै भविष्यमा के गर्ने भन्ने मार्गचित्र तयार गरी व्यावसायिक तथा प्राविधिक शिक्षा आर्जन गर्न सके कोही पनि बेरोजगार बनेर बस्न पर्दैन।
Question:
तकनीकी शिक्षा की आज की आवश्यकता विषय पर निबंध लेखन।
Answer:
तकनीकी शिक्षा के होने से कोई भी व्यक्ति बेरोजगार नहीं रहेगा।
Explanation:
हम विकासशील देशों के नागरिक हैं। हम इस देश में रूढ़िवादी, बुर्जुआ शिक्षा के कारण पिछड़ रहे हैं। हमें इस बात का अहसास नहीं है कि हम अपना कीमती समय राजनीति के बारे में बकवास करने और बकवास करने में बर्बाद कर रहे हैं। अपना खुद का व्यवसाय करने और अपना जीवन यापन करने की संस्कृति के विकास की कमी हमें अब तक प्राप्त अनुत्पादक औपचारिक शिक्षा का परिणाम है। मेरी समझ यह है कि शिक्षा अब हमारी हालत के लिए जिम्मेदार है। तकनीकी शिक्षा और उत्पादक शिक्षा के अभाव में हमारा देश विकास में पिछड़ गया है। तकनीकी ज्ञान रखने वाले किसी भी व्यक्ति को बेरोजगार नहीं होना पड़ेगा। इसलिए आज की मुख्य आवश्यकता व्यावहारिक, व्यावसायिक और कौशल आधारित शिक्षा प्रदान करना है। हाल ही में, छात्र व्यावहारिक और व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए उत्साहित हैं। यह भी माना जाता है कि देश तेजी से आर्थिक और सामाजिक विकास हासिल कर सकता है। गांवों में भी तकनीकी स्कूल खोले जा रहे हैं। नेपाल में कड़ी मेहनत करके पर्याप्त कमाई करने का एक उदाहरण भी है। युवाओं की एक नई पीढ़ी इस बात का उदाहरण देने लगी है कि किसी भी प्रयास में व्यवसाय कैसे सफल हो सकता है। खाड़ी में निचले स्तर की नौकरियों के लिए नेपाली युवाओं को कम मजदूरी वाले मजदूरों को कम कीमतों पर बेचने के लिए मजबूर किया जाता है। यहां कपड़े सिलने, बाल काटने और होटल व्यवसाय चलाने में विदेशियों का दबदबा देखा जाता है। हम नेपालियों को ऐसा हुनर तब भी नहीं सिखा पा रहे हैं, जब भारतीय समेत देश के नागरिक यहां से अर्थव्यवस्था को बाहर निकाल रहे हैं। इस मुद्दे पर ध्यान देना जरूरी लगता है। हम निर्भर और गरीब होते जा रहे हैं क्योंकि हम अपना काम खुद नहीं कर सकते। हाल ही में तकनीकी कॉलेज खुलने के साथ ही छात्रों और अभिभावकों का ध्यान तकनीकी शिक्षा की ओर जाने लगा है। छात्रों के लिए 'लौह द्वार' मानी जाने वाली एसईई परीक्षा पास करने के बाद भविष्य में क्या करना है और व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने का रोडमैप तैयार कर किसी को भी बेरोजगार नहीं रहना पड़ेगा।
अतः सही उत्तर है, तकनीकी शिक्षा से कोई भी व्यक्ति बेरोजगार नहीं रहेगा।
#SPJ2