प्रिय विद्यार्थियों शुभ दोपहरी | 10 जनवरी का दिन ‘विश्व हिंदी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को प्रभावशाली बनाने के लिए कक्षा नौंवी के छात्रों के लिए एक रचनात्मक गतिविधि का आयोजन किया गया है , जिसका नाम है ‘रूपये का इतिहास’। रचनात्मक गतिविधि हेतु निर्देश - ♦️ ‘रूपये का इतिहास’ यह एक लेखन अभिव्यक्ति होगी। ♦️ छात्रों को प्राचीन समय में प्रयोग होने वाले पैसे के विभिन्न नामों का प्रयोग करते हुए जैसे- कोड़ी, दमड़ी, धेला आदि का मुहावरों के रूप में प्रयोग करते हुए एक नैतिक मूल्यों पर आधारित कहानी की रचना करनी होगी। ♦️ मुहावरे का प्रयोग आप इस प्रकार से कर सकते हो जैसे- चमडी जाए पर दमडी न जाए। ♦️ यह कार्य A4 साइज़ शीट पर किया जाएगा। ♦️ इस कार्य को आप अपनी हिंदी अध्यापिका के पास दिनांक-7/1/22 तक जामा करवाएँगे। ♦️इस गतिविधि में सभी की उपस्थिति अनिवार्य है | धन्यवाद आपकी हिंदी अध्यापिका
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प्रिय विद्यार्थियों शुभ दोपहरी | 10 जनवरी का दिन ‘विश्व हिंदी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को प्रभावशाली बनाने के लिए कक्षा नौंवी के छात्रों के लिए एक रचनात्मक गतिविधि का आयोजन किया गया है , जिसका नाम है ‘रूपये का इतिहास’। रचनात्मक गतिविधि हेतु निर्देश -रूपये का इतिहास’ यह एक लेखन अभिव्यक्ति होगी।छात्रों को प्राचीन समय में प्रयोग होने वाले पैसे के विभिन्न नामों का प्रयोग करते हुए जैसे- कोड़ी, दमड़ी, धेला आदि का मुहावरों के रूप में प्रयोग करते हुए एक नैतिक मूल्यों पर आधारित कहानी की रचना करनी होगी।मुहावरे का प्रयोग आप इस प्रकार से कर सकते हो जैसे- चमडी जाए पर दमडी न जाए।यह कार्य A4 साइज़ शीट पर किया जाएगा।इस कार्य को आप अपनी हिंदी अध्यापिका के पास दिनांक-7/1/22 तक जामा करवाएँगे।इस गतिविधि में सभी की उपस्थिति अनिवार्य है | धन्यवाद आपकी हिंदी अध्यापिका