प्र01
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प्रत्येक प्रश्न के सम्मुख उनके अक अंकित है।
खण्ड-क
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढिए और पूछे गये प्रश्नो के उत्तर लिखिए ।
धन का व्यय विलास में करने से केवल क्षणिक आनंद की प्राप्ति होती है, जबकि यह धन का दुरुपयोग है,
किन्तु धन का सदुपयोग सुख और शांति देता है। धन के द्वारा जो सबसे अधिक महत्वपूर्ण कार्य हो सकता है
वह है परोपकार । भूखो को अन्न, रोगियों को दवा, अनाथों को घर द्वार, लूले लंगडो और अपाहिजो के लिए
आराम के साधन , विद्यार्थियो के लिए पाठशालाएँ इत्यादि वस्तुए धन के द्वारा जुटाई जा सकती है। धन होने
के कारण एक अमीर आदमी को लोगों की भलाई करने के अवसर प्राप्त होते है, जो कि एक गरीब
आदमी को उपलब्ध नहीं है। चाहे वह इसके लिए कितना भी इच्छुक क्यो न हो। पर संसार में ऐसे आदमी
बहुत कम है जो अपना भोग विलास त्यागकर अपने को परोपकार में लगाते है।
(क) उपर्युक्त गद्याश का उचित शीर्षक लिखिए।
(ख) दूसरों की भलाई करने के लिए सबसे आवश्यक क्या है?
(ग) गद्यांश के अनुसार धन का सदुपयोग क्या है?
(घ) परोपकार और धन का क्या संबंध है?
(ड.) एक निर्धन परोपकारी क्यों नहीं बन सकता?
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it may be wrong but I hope it helps u
Explanation:
1. heading of your passage is paropkar
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