Hindi, asked by bhabarashok4, 3 months ago

प्र022 तुलसीदास की काव्य गत विशेषताएं निम्नलिखित बिन्दुओं के आधार पर लिखिए ।
(i) दो रचनाएँ
(ii) भावपक्ष-कलापक्ष
(iii) साहित्य में स्थान
(1+2+1=4)
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Answered by sumiranshabd
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Answer:

I) रामललानहछू (1582), वैराग्यसंदीपनी (1612),

iii) युगदृष्टा गोस्वामी तुलसीदास जी भक्तिकाल के प्रतिनिधि कवि हैं । भारतीय संस्कृति और सामाजिक मूल्य के कुशल चितेरे, लोकमंगल एवं लोकरंजक काव्य के सर्जक , रामचरित मानस जैसे महान ग्रन्थ के प्रणेता, करुणा के कवि , तुलसीदास जी का साहित्य जगत में अनुपम स्थान है ।

Answered by poojadhanik8
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Answer:

2.

भक्ति भावना- तुलसीदास के काव्य की प्रथम विशेषता उसमें निहित आदर्श भक्ति-भावना का है। उन्होंने अपने काव्य में राम को अपना इष्टदेव घोषित किया है तथा उनके प्रति दास्य-भाव की भक्ति को दर्शाया है। ... इसी प्रकार उन्होंने अपने काव्य में निर्गुण-सगुण, वैष्णव-शाक्त, राजा-प्रजा, भक्ति और कर्म सभी में समन्वय स्थापित किया है।

1. रचनाएँ रामललानहछू (1582), वैराग्यसंदीपनी (1612),

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