प्र03 (क) H2SO4 का एक नमूना 94%(w/v) है। इसका घनत्व 1.84 ग्राम ml है। वि
लयन की
मोलकता की गणना करो ?
(ख)सिल्वरfcc जालक का किस्टल है यदि सेल के कोर की लम्बाई 4.077ro हैं
सेमी तथा घनतव 10.5 ग्राम/cm3 हो तो Ag परमाणु के द्रव्यमान की गणना करों?
(ग) अक्रिय गैसों की 4 विशेषताएं लिखो-
(घ) टिण्डल प्रभाव पर टिप्पणी लिखो-
Answers
Answer:
क)100 मिली में H2SO4 का भार = 94 ग्राम 100 मिली नमूने का भार = आयतन x घनत्व = 100 x 1.84 = 184 ग्राम नमूने में विलायक की मात्रा = 184 – 94 = 90 ग्राम = 0.09 किग्रा तथा H2SO4 का अणु भार = 2 x 1 + 32 + 4 x 16 = 98
मोलकता= 10.65cm
Explanation:
(ग) ये रंगहीन, गन्धहीन तथा स्वादहीन गैसें हैं, (ii) ये सभी गैसें (Rn को छोड़कर) वायुमण्डल में अल्प मात्रा में पायी जाती हैं, (iii) इनकी अन्तिम कक्षा का विन्यास (हीलियम को छोड़कर)
होता है, (iv) इनकी संयोजकता शून्य होती है, (v) इनका आयनन विभव अधिक होता है और He से Xe तक घटता है, (vi) इनमें He से Xe तक परमाणु आकार, वाष्पन की गुप्त ऊष्मा तथा घनत्व क्रमश: बढ़ता है।
(घ) जब प्रकाश किसी कोलायडी(chemical mixture) माध्यम से होकर गुजरता है तो प्रकाश का प्रकीर्णन होता है तथा प्रकाश का मार्ग दिखाई देने लगता है, प्रकाश की इस घटना को ही टिंडल प्रभाव कहा जाता है।