प्र06
डाँडे क्या है? 'ल्हासा की ओर' पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिये।
'प्रेमी को प्रेमी मिलै, सब विष अमृत होई' काव्यांश में विष और अमृत किसका प्रतीक
अथवा
ललाद ने ईश्वर का वास कहाँ बनाया है? वाख के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
Answers
Explanation:
* तिब्बत में डाँड़े खतरनाक जगह है जो समुद्रतल से सत्रह-हज़ार फीट ऊँचाई पर स्थित है। यह सुंदर स्थान निर्जन एवं सुनसान होता है।
* प्रस्तुत पंक्तियों के माध्यम से श्री कबीर जी ने यह बताया है कि जब मनुष्य सच्चे मन से ईश्वर को ढूंढ लेता है तो मनुष्य के मन में जितने भी फिश रूपी भूरिया जितनी भी कुरीतियां होती है वह दूर हो जाती हो और उस मनुष्य के मन में अमृत समान अच्छी आदतें अच्छे गुण और अच्छी नीतियों के भाव उत्पन्न हो
‘विष’ मानव मन में छिपे पापों, बुराइयों, दुर्भावनाओं तथा वासनाओं का प्रतीक है। कवि ने 'अमृत' का प्रयोग पुण्य, मुक्ति, सद्भावना, भक्ति आदि के प्रतीक के रूप में किया गया है।
* वाख के आधार पर लेखिका कहना चाहती है की अगर हम सच्चे मन से ईश्वर को खोजें तो मनुष्य के अंदर ही है इश्वर को पाने के लिए इधर उधर भटकना व्यर्थ है।
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