प्र2. दिए गए काव्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिये
भारी-भारी बस्ते लेकर मेघ सलोने
फिर सावन-भादो की शाला में पढ़ने आये हैं।
जेठ दोपहरी देख , किसी कोने में दुबक गए
कभी देख पुरवाई नभ में , मन ही मन हुलस गए।
नन्ही- नन्ही आँखों में, खुशियाँ भर लाये हैं।
1) प्रस्तुत काव्यांश में किस ऋतू का वर्णन किया गया है?
2) कवि के अनुसार भारी-भारी बस्ते लेकर कौन पढ़ने आये हैं।
3) 'मेघ' का पर्यायवाची शब्द लिखिए।
Answers
Answered by
0
Answer:
सावन भादो काव्यांश में ऋतु का वर्णन किया गया है
Answered by
0
Answer:
1 savan bhado
2 Megh salone
3 Dhan, Jal Dhar
Similar questions