प्र3 नीचे लिखे काव्यांश को पढ़कर बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर चयन करके लिखिए ।
हम ती एक-एक करि जाना।
दोह कहे तिनही की दोजग जिन नाहिन पहिचाना।
एक पवन एक ही पानी एकै जोति समाना।
एकै खाक गढे सब भांडै एकै कोहरा सानां ।
जैसे बाढी काष्ट ही काटे अगिनि न काट काई।
सब घाटिअंतरि तंही व्यापक घरै सरुपै सोई।
माया देखि के जगते लुभाना काहे रे नर गरबांनां ।
निरमै भया कुछ नही व्यापै कहै कबीर दिवांनां ।
1 कबीर संसार मे एक को मानते है
(क) ईश्वर को
(ख) निराकार ब्रहम को
(ग) परमात्मा को
(घ) उपर्युक्त सभी
2 कवि ने परमात्मा की एकता रिसष्ट की-
(क) पवन का उदाहरण देकर
(ख) जल का उदाहरण देकर
(ग) ज्योति का उदाहरण देकर
(घ) उपर्युक्त सभी
3 संसार नश्वर है किन्तु आत्मा अमर है इस बात को सिध्द किया गया है।
(क) लकड़ी का उदाहरण देकर (ख) आग का उदाहरण देकर
(ग) उपर्युक्त दोनों
(घ) इनमे से कोई नही
4 कवि मनुष्य को दोषों से बचने की चेतावनी देता है।
(क) अज्ञानता से
(ख) माया से
(ग) अहंकार से
(घ) उपयुक्त सभी
स
5 एक एक में अलंकार हैं।
(क) यमक
(ग) पुनरुक्ति
(ख) रुपक
(घ) अनुप्रास
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1 ईश्वर
Explanation:
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