“पारब्रह्म के तेज का कैसा है उनमान।" दोहे में कबीर ने प
निम्नलिखित पद्यांशों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए
(क) गुरु गोविन्द
पावै करतार' ।।
(ख) 'बूढ़ा था पै
पडे फरंकि' ।।
(ग) 'संतौ भाई
कुबधि का भांडा फूटा
(घ) 'ना तल तपति
हमारे जान' ।।
...
Answers
Answered by
1
Answer:
The answer is a option B
Similar questions