Hindi, asked by shifahossain2k, 19 days ago

प्रभु तुम चंदन हम पानी का क्या आशय है?
(क) प्रभु और भक्त का कोई संबंध नहीं
(ख) प्रभु चंदन के समान महान है और भक्त पानी-सा तुच्छ है।
(ग) प्रभु और भक्त अलग-अलग हैं।
4) प्रभु चंदन के समान महान है तो भक्त उस चंदन से सुगंधित है।​

Answers

Answered by deviraju246
1

Answer:

4

Explanation:

iska matlab hai ki Prabhu Chandan Jaise Mahan hai aur ham Prabhu ki Chandan Ki Saugandh hai

Answered by suneetashiv010174
0

Answer:

4

Explanation:

रैदास जी कहते हैं कि अब उनका मन भगवान राम में लग गया है। वे कहते हैं – प्रभु जी चन्दन के समान है और हम पानी के समान जिसके शरीर पर लगने से अंग अंग सुगंधित हो जाता है। प्रभु जी बादल के समान हैं और भक्त मोर के समान।

Similar questions