प्रबन्ध के सिद्धान्त से क्या अभिप्राय है? फेयोल के प्रबन्ध सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
Answers
Answer:
प्रबन्ध के सिद्धान्तों के महत्व निम्नलिखित हैं –
इनसे प्रबन्धकों की कार्यकुशलता में वृद्धि होती है।
संसाधनों की सोपान श्रृंखला एवं समतल सम्पर्क का अधिकतम उपयोग।
इनके प्रयोग से प्रबन्ध वैज्ञानिक रीति से निर्णय करता है।
इनसे परिवर्तित वातावरण की आवश्यकताएँ पूरी की जा सकती हैं।
ये सामाजिक उत्तरदायित्वों को पूरा करने में सहायक होते हैं।
उचित अनुसंधान एवं विकास में प्रबन्ध के सिद्धान्त सहायक होते हैं।
प्रबन्ध को प्रशिक्षण एवं प्रभावपूर्ण प्रशासन हेतु प्रेरित करना।
शिक्षण एवं शोधकार्य की व्यवस्था करना।
हेनरी फेयोल द्वारा प्रतिपादित प्रबन्ध के आधारभूत सिद्धान्त निम्न प्रकार हैं –
कार्य विभाजने का सिद्धान्त
अधिकार एवं उत्तरदायित्व का सिद्धान्त
अनुशासन का सिद्धान्त
आदेश की एकता का सिद्धान्त
निर्देश की एकता का सिद्धान्त
सामूहिक हितों के लिए व्यक्तिगत हितों के समर्पण का सिद्धान्त
कर्मचारियों को प्रतिफल का सिद्धान्त
केन्द्रीयकरण एवं विकेन्द्रीयकरण का सिद्धान्त
सोपान श्रृंखला का सिद्धान्त
व्यवस्था का सिद्धान्त
समता का सिद्धान्त
कर्मचारियों की उपयुक्तता का सिद्धान्त
पहल क्षमता का सिद्धान्त
सहयोग की भावना का सिद्धान्त
Explanation:
please mark me as brainlist