प्रगतिवाद की कोई तीन विशेषताएं लिखिए ?
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Explanation:
प्रगतिवादी काव्य की मुख्य विशेषताएं-
1. शोषकों के प्रति विद्रोह और शोषितों से सहानुभूति →
प्रगतिवादी कवियों ने किसानों, मजदूरों पर किए जाने वाले पूँजीपतियों के अत्याचार के प्रति अपना विद्रोह व्यक्त किया है।
2. मानवतावादी दृष्टिकोण→
प्रगतिवादी काव्य की एक विशेषता यह है कि प्रगतिवादी काव्य मे मानवतावादी दृष्टिकोण को अपनाया गया है। प्रगतिवादी काव्य मे मानवतावादी दृष्टिकोण देखने को मिलता है
3. आर्थिक व सामाजिक समानता पर बल→
प्रगतिवादी कवियों ने आर्थिक एवं सामाजिक समानता पर बल देते हुए निम्न वर्ग और उच्च वर्ग के अंतर को समाप्त करने पर बल दिया।
4. नारी शोषण के विरुद्ध मुक्ति की आवाज़→
प्रगतिवादी कवियों ने नारी को उपभोग की वस्तु नही समझा वरन उसे सम्माजनक स्थान दिया है। नारी को शोषण से मुक्त कराने हेतु इन्होंने आवाज़ उठाई और प्रयास किए है।
5. पूँजीपतियों के प्रति विद्रोह→
प्रगतिवादी काव्य मे पूँजीपतियों के प्रति विद्रोह देखने को मिलता है।
6. ईश्वर के प्रति अनास्था→
इस काल के कवियों ने ईश्वर के प्रति अनास्था का भाव व्यक्त किया है। वे ईश्वरीय शक्ति की तुलना मे मानवीय शक्ति को अधिक महत्व देते है।
7. शोषितों के प्रति सहानुभूति→
प्रगतिवाद काव्य मे शोषितों के प्रति सहानुभूति देखने को मिलती है।
8. सामाजिक यर्थाथ का चित्रण→
प्रगतिवादी कवियों ने व्यक्तिगत सुख-दुःख के भावों की अपेक्षा समाज की गरीबी, भुखमरी, अकाल, बेरोजगारी आदि सामाजिक समस्याओं की अभिव्यक्ति पर बल दिया।
9. कला
प्रगतिवादी काव्य मे "कला को कला के लिए" न मानकर कला को जीवन के लिए' का सिद्धांत अपनाया गया है।
10. प्रतीकों का प्रयोग
अपनी भावनाओं की स्पष्ट अभिव्यक्ति के लिए इस काल के कवियों ने प्रतीकों का सहार लिया है।
11. भाग्यवाद की उपेक्षा कर्मवाद की श्रेष्ठता बल →
प्रगतिवादी कवियों ने श्रम की महत्ता का प्रतिपादन करते हुए भाग्यवाद को पूँजीवादी शोषण का हथियार बताया है।