प्रज्ञा ने तीन अलग-अलग पदार्थों की घुलनशीलताओं को विभिन्न तापमान पर जाँचा तथा नीचे दिए गए आँकड़ों को प्राप्त किया। प्राप्त हुए परिणामों को 100 g जल में विलेय पदार्थ की मात्रा, जो संतृप्त विलयन बनाने हेतु पर्याप्त है, निम्नलिखित तालिका में दर्शाया गया है।
विलेय पदार्थ तापमान K में
283 293 313 333 353
पोटैशियम नाइट्रेट 21 32 62 106 167
सोडियम क्लोराइड 36 36 36 37 37
पोटैशियम क्लोराइड 35 35 40 46 54
अमोनियम क्लोराइड 24 37 41 55 66
(a) 50 g जल में 313 K पर पोटैशियम नाइट्रेट के संतृप्त विलयन को प्राप्त करने हेतु कितने ग्राम पोटैशियम नाइट्रेट की आवश्यकता होगी?
(b) प्रज्ञा 353 K पर पोटैशियम क्लोराइड का एक संतृप्त विलयन तैयार करती है और विलयन को कमरे के तापमान पर ठंडा होने के लिए। छोड़ देती है। जब विलयन ठंडा होगा तो वह क्या अवलोकित करेगी? स्पष्ट करें।
(c) 293 K पर प्रत्येक लवण की घुलनशीलता का परिकलन करें। इस तापमान पर कौन-सा लवण सबसे अधिक घुलनशील होगा?
(d) तापमान में परिवर्तन से लवण की घुलनशीलता पर क्या प्रभाव पड़ता है?
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उत्तर :
(क) 100 g जल में 313 K पर संतृप्त विलयन के लिए आवश्यक KNO3 = 62 g
50 g जल में 313 K पर संतृप्त विलयन के लिए आवश्यक KNO3 = (62/100) × 50 g = 62/2 = 31 g
अतः ,50 g जल में 313 K पर पोटैशियम नाइट्रेट के संतृप्त विलयन को प्राप्त करने हेतु 31 g पोटैशियम नाइट्रेट की आवश्यकता होगी।
(ख) 353 K पर KCl के संतृप्त विलयन को जब प्रज्ञा ठंडा करने के लिए छोड़ देगी तो तापमान कम होने पर क्रिस्टलीकरण हो जाएगा जिसके फलस्वरूप KCl के क्रिस्टल बन जाएंगे।
(ग) KNO3 की 100 g जल में घुलनशीलता = (32/100) × 100 = 32 g
NaCl की 100 g जल में घुलनशीलता = (36/100) × 100 = 36 g
KCl की 100 g जल में घुलनशीलता = (35/100) × 100 = 35 g
NH4Cl की 100 g जल में घुलनशीलता = (37/100) × 100 = 37 g
293 K पर सबसे अधिक घुलनशीलता अमोनियम क्लोराइड (NH4Cl) की है।
(घ) तापमान में परिवर्तन से लवणों की घुलनशीलता प्रभावित होती है। जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है वैसे-वैसे लवणों की घुलनशीलता बढ़ती जाती है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
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