‘प्रकृनत की छाँव’ ववर्य पर िगभग 100-120 शब्र्दों मेंएक lagukatha
लिखिए। (5)
Answers
Answered by
0
अपने बेटे की मृत्यु पर भगत ने गाना गाकर अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं। वह अपनी बहू से भी बेटे की मौत का उत्सव मनाने को कहते थे। उनका मानना था कि मृत्यु से तो आत्मा का परमात्मा में मिलन हो जाता है इसलिए इस अवसर पर खुशी मनानी चाहिए।
Similar questions
English,
1 month ago
English,
1 month ago
Environmental Sciences,
1 month ago
Computer Science,
3 months ago
Chemistry,
9 months ago
Chemistry,
9 months ago