प्रकाश के व्यतिकरण की शर्तों को लिखें।
Write conditions for interference of
Answers
Answered by
45
प्रकाश के व्यतिकरण की परिभाषा के अनुसार जब समान आवृत्ति और लगभग समान आयाम की दो प्रकाश तरंगे किसी माध्यम में एक साथ एक ही दिशा में गति करती हैं तो अध्यारोपण के सिद्धांत के मुताबिक वे एक परिणामी तरंग का निर्माण करती हैं। इस परिणामी तरंग का आयाम मूल तरंगों के आयाम से भिन्न होता है, क्योंकि प्रकाश की तीव्रता आयाम के वर्ग के अनुक्रमानुपाती होती है, इस कारण प्रकाश की तीव्रता में परिवर्तन हो जाता है। कुछ स्थानों पर प्रकाश की तीव्रता अधिक तो कुछ स्थानों पर न्यूनतम या शून्य हो जाती है। इस घटना को प्रकाश का व्यतिकरण कहते हैं।
प्रकाश के व्यतिकरण की निम्न शर्ते होती हैं..
- दोनों व्यातिकरण वाली तरंगों के स्रोत सुसंगत होने चाहिए अर्थात स्रोतों को समान आवृत्ति के प्रकाश का उत्सर्जन करना चाहिए और उनका चरण अंतर स्थिर रहना चाहिए। यदि यह स्थिति आदर्श नहीं है तो व्यातिकरण करने वाली तरंगों के बीच चरण अंतर लगातार अलग-अलग होगा। परिणामस्वरूप किसी भी बिंदु पर परिणामी तीव्रता समय के साथ अलग-अलग अधिकतम और न्यूनतम होगी।
- व्यातिकरम करने वाली तरंगों में समान आयाम होना चाहिए अन्यथा न्यूनतम तीव्रता शून्य नहीं होगी और सामान्य रोशनी होगी।
- दो व्यातिकरण करने वाली तरंगों को एक ही रेखा के साथ प्रसारित किया जाना चाहिए अन्यथा उनका कंपन एक सामान्य रेखा के साथ नहीं होगा।
- यदि व्यातिकरण करने वाली तरंगें ध्रुवीकृत होती हैं, तो उन्हें ध्रुवीकरण की उसी अवस्था में होना चाहिए।
Answered by
2
Answer:
park ash Ke haigensh sidhyant KO likhe
Similar questions