प्रकृति का सुकुमार कवि किसे कहा जाता है
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छायावादी युग के महान कवि सुमित्रानंदन पंत जी को प्रकृति के सुकुमार कवि के नाम से हिंदी साहित्य में जाना जाता है। पंत जी की आधी से ज्यादा कविता ही प्रकृति पर आधारित है। वह प्रकृति को अपनी मां मानते थे और अपनी समस्त रचनाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत भी वह प्रकृति को ही मानते थे।
यही कारण है कि पंत जी को प्रकृति के सुकुमार कवि के नाम से जाना जाता है।
Answer:
प्रकृति के सुकुमार सुमित्रानंदन पंत कहा जाता है |
सुमित्रानंदन पंत ऐसे साहित्यकारों में गिने जाते हैं, जिनका प्रकृति चित्रण समकालीन कवियों में सबसे बेहतरीन था।
छायावादी तथा प्रगति-वादी अनुभूति के कवि सुमित्रानन्दन पंत ऐसे कवि रहे हैं, जिन्हें “प्रकृति के सुकुमार कवि” ‘प्रकृति के चितेरे कवि’, ‘कोमल कल्पना के कवि आदि विशेषणों से विभूषित किया गया है ।
सुमित्रानंदन पंत वस्तु वर्णन, नारी सौन्दर्य, छन्द योजना, अलंकार योजना में कोमलता के साथ-साथ पन्तजी ने प्रकृति के कण-कण में सबसे ज्यादा योगदान दिया है|
पन्तजी की कविताओं में मानवतावादी स्वर है । वे कहते हैं: ”सुन्दर है विहग, सुन्दरतम है मानव ।” उनकी रचनाओं में नारी मुक्ति की कामना प्रबल रूप से आधारित है ।