प्रकृति के साथ पशु-पक्षियों के संबंध की व्याख्या कीजिए।
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उत्तर :
प्रकृति के साथ पशु पक्षियों का संबंध तो मणि - कंचन योग की तरह है। पशु पक्षी अपने सुंदर रंगों तरह-तरह के रूप आकारों आवाजों के जहाज से प्रकृति को नया जीवन प्रदान करते हैं। हरे भरे पेड़ जब तक पक्षियों के कलरव से गुंजायमान नहीं होते; झाड़ियों के झुरमुट तरह तरह के कीड़े मकोड़ों की आवाजों से नहीं गूंजते और जंगल छोटे बड़े जीवो की आवाजों से नहीं ठहर जाते तब तक प्रकृति सूनी सी लगती है। भागते दौड़ते पशु, उड़ते हुए पक्षी ,रेंगते हुए कीड़े और सरीसृप ,तालाब में तैरती मछलियां और टर-टर करते मेंढक और बादलों में उड़ती सरसों की पंक्तियां की प्रकृति को जीवन देती है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
Answer:-
प्रकृति के साथ पशु पक्षियों का संबंध तो मणि - कंचन योग की तरह है। पशु पक्षी अपने सुंदर रंगों तरह-तरह के रूप आकारों आवाजों के जहाज से प्रकृति को नया जीवन प्रदान करते हैं। हरे भरे पेड़ जब तक पक्षियों के कलरव से गुंजायमान नहीं होते; झाड़ियों के झुरमुट तरह तरह के कीड़े मकोड़ों की आवाजों से नहीं गूंजते और जंगल छोटे बड़े जीवो की आवाजों से नहीं ठहर जाते तब तक प्रकृति सूनी सी लगती है। भागते दौड़ते पशु, उड़ते हुए पक्षी ,रेंगते हुए कीड़े और सरीसृप ,तालाब में तैरती मछलियां और टर-टर करते मेंढक और बादलों में उड़ती सरसों की पंक्तियां की प्रकृति को जीवन देती है।
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